सत्य पथिक वेबपोर्टल/नई दिल्ली/Good News:
टीबी, एचआईवी, हेपेटाइटिस बी, डायबिटीज जैसी गंभीर बीमारियों से जूझ रहे लोगों को बड़ी राहत देते हुए केंद्र में सत्तारूढ़ मोदी सरकार द्वारा राष्ट्रीय आवश्यक औषधि सूची (एनएलईएम) रविवार से देश भर में लागू कर दी गई है।

मोदी सरकार के इस फैसले से कई गंभीर जानलेवा बीमारियों की जीवनरक्षक दवाइयां अब काफी सस्ती हो जाएंगी। इनमें पेटेंट दवाएं भी शामिल हैं।

करीब सात साल बाद जीवन रक्षक दवाइयों की यह संशोधित सूची 13 सितंबर 2022 को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी की गई थी। इसे 350 से अधिक चिकित्सा विशेषज्ञों ने तैयार किया है। कुल 384 दवाइयां इस संशोधित सूची में शामिल की गई हैं। इनमें कैंसर रोधी चार दवाइयों सहित 34 नई दवाएं शामिल हैं। 26 दवाइयां इस सूची से हटाई भी गई हैं। वर्ष 2015 की सूची में कुल 376 दवाएं शामिल थीं।
इन दवाओं को राष्ट्रीय औषधि मूल्य निर्धारण प्राधिकरण (एनपीपीए) की ओर तय दामों से अधिक में नहीं बेचा जा सकता। केवल आपात उपयोग की अनुमति के चलते कोविड की दवाएं और टीके इस सूची में शामिल नहीं हैं। सूची से बाहर हुई दवाओं में रैनिटिडीन, ब्लीचिंग पाउडर, विटामिन सप्लीमेंट निकोटिनामाइड शामिल हैं।

सूची में ये प्रमुख दवाएं शामिल

एंटी-डायबिटिक दवाएं जैसे टेनेलिग्लिप्टिन, इंसुलिन ग्लेरगीन इंजेक्शन।

एंटीबायोटिक्स जैसे मेरोपेनम, सेफुरोक्सिम।

आम दर्द निवारक व अन्य दवाएं जैसे मॉर्फिन, आईब्रूफिन, डाइक्लोफिनेक, पैरासिटामोल, ट्रामाडोल, प्रिडनाइजोलोन, सर्प विष की दवाएं, कार्बामाजेपाइन, एल्बेंडाजोल, आइवरमेक्टिन, सिट्रीजिन, एमोक्सिलिन

एंटी-टीबी दवा बेडाक्विलिन और डेलामानिड, एंटी एचआईवी डोलुटेग्राविर, एंटी हेपेटाइटिस सी डाक्लाट्सविर जैसी पेटेंट दवाएं

नशे की लत छुड़वाने वाली दवाएं जैसे बुप्रेनोरफिन, निकोटीन रिप्लेसमेंट थेरेपी

हृदय रोगों व स्ट्रोक में काम आने वाली डाबिगाट्रान और इंजेक्शन टेनेक्टे प्लस

भारत में ही विकसित रोटावायरस का टीका

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