सत्य पथिक वेबपोर्टल/रांची/Jharkhand Crisis: झारखंड में खनन पट्टा लीज मामले में हेमंत सोरेन सरकार पर घिरे संकट के बादलों के बीच यूपीए के सभी विधायकों को एयरलिफ्ट कर छत्तीसगढ़ के रायपुर में भिजवा दिया गया है। इसी बीच विपक्षी भाजपा ने रायपुर के रिसाॅर्ट में विधायकों को महंगी विदेशी शराब और मुर्गा परोसने का आरोप लगा दिया है।

दावा किया गया है कि छत्तीसगढ़ आबकारी विभाग की एक गाड़ी यूपीए विधायकों को परोसने के लिए महंगी विदेशी शराब की पेटियों को लेकर मेफेयर रिसॉर्ट पहुंची है। रिसाॅर्ट में रुके विधायकों या हेमंत सोरेन की तरफ से तो इन दावों पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने इस मुद्दे पर सरकार और विधायकों को आड़े हाथ लिया है।

बीजेपी ने बनाया मुद्दा, सरकार ने साधी चुप्पी
छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने ट्वीट कर लिखा, “भूपेश जी कान खोलकर सुन लीजिए, छत्तीसगढ़ अय्याशी का अड्डा नहीं है, जो छत्तीसगढ़ियों के पैसे से झारखंड के विधायकों को दारू-मुर्गा खिला रहे हो। असम, हरियाणा के बाद अब झारखंड के विधायकों का डेरा, इन अनैतिक कार्यों के लिए छत्तीसगढ़ महतारी आपको कभी माफ नहीं करेगी।” वहीं बाबूलाल मरांडी ने तो बाकायदा एक वीडियो जारी कर कहा है कि सरकारी गाड़ी में झारखंडी मेहमानों के लिये शराब की ढ़ुलाई की गई है।


राज्यपाल ने ‘होल्ड’ पर रखा है हेमंत सोरेन पर फैसला
खनन पट्टा मामले में चुनाव आयोग तो राज्यपाल को चिट्ठी भेजकर हेमंत सोरेन की विधानसभा सदस्यता रद्द करने की सिफारिश कई दिन पहले ही कर चुका है, लेकिन राज्यपाल ने फैसला अभी ‘होल्ड’ पर रखा है। विधायकों को टूटने से बचाने के लिए ही उन्हें इंडिगो की फ्लाइट से रायपुर शिफ्ट किया गया है। आरोप है कि भाजपा झारखंड में भी सरकार गिराने की कोशिश कर रही है। झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने जोर देकर कहा है कि बीजेपी काला अध्याय लिखने का काम कर रही है लेकिन झारखंड सरकार के सभी विधायक एकजुट हैं और मजबूती से खड़े हैं। मीडिया के सामने तो सीएम हेमंत सोरेन भी कहते दिख रहे हैं कि ‘चिंता की कोई बात नहीं है।’ 1 सितंबर को हेमंत सोरेन ने अपनी कैबिनेट की एक अहम बैठक भी बुलाई है। उस बैठक में वे राज्य के हित में कई बड़े फैसले ले सकते हैं। इसी वजह से वे विधायकों के साथ रायपुर नहीं गए हैं।