राहत: नोएडा-दिल्ली रूट पर अरसे बाद फिर फर्राटे भरने लगे वाहन

नई दिल्ली, सत्य पथिक न्यूज नेटवर्क: गणतंत्र दिवस के दिन ट्रैक्टर रैली (Tractor Rally) के दौरान हुई हिंसा के बाद नोएडा को दिल्ली से जोड़ने वाली मार्ग चिल्ला बॉर्डर (Chilla Border) पर किसानों ने प्रदर्शन खत्म कर दिया है। चिल्ला बॉर्डर पर लगे पुलिस बैरिकेडिंग को हटा दिया गया है। बॉर्डर पर प्रदर्शन कर किसान खुद अपने टेंट समेट रहे हैं। 62 दिन तक प्रदर्शन के बाद चिल्ला बॉर्डर पर कृषि कानूनों के खिलाफ बैठे किसान वापस लौट रहे हैं।

भारतीय किसान यूनियन (भानु) से जुड़े किसान नोएडा-दिल्ली मार्ग की चिल्ला बॉर्डर पर पिछले साल 1 दिसंबर से प्रदर्शन कर रहे थे। भारतीय किसान यूनियन (भानु) के अध्यक्ष ठाकुर भानु प्रताप सिंह ने मीडिया से बातचीत के दौरान बुधवार को बताया कि दिल्ली में गणतंत्र दिवस के दिन ट्रैक्टर परेड के दौरान जो कुछ भी हुआ उससे वह काफी दुखी हैं। उनकी यूनियन ने अपना प्रदर्शन खत्म भी कर दिया है।

हरियाणा की खाप पंचायतें भी खफा, लेंगी फैसला

गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में ट्रैक्टर परेड के दौरान जिस तरह बवाल हुआ और लाल किले पर धार्मिक झंडा फहराया गया, उससे आंदोलन में दरार पड़नी शुरू हो गई है। हरियाणा के खाप प्रतिनिधि और किसान नेताओं ने इस पर नाराजगी जता साफ कहा है कि तिरंगे की जगह धार्मिक झंडा किसी भी हालत में मंजूर नहीं है। वहीं इस घटनाक्रम से नाराज हरियाणा के काफी किसान जहां घर लौट गए हैं, वहीं खाप पंचायतें भी आंदोलन से सर्मथन वापसी का मन बना रही हैं।

हरियाणा के खाप प्रतिनिधियों ने जल्द ही सर्वखाप पंचायत कर किसान संगठनों को समर्थन पर फैसला लेने की बात कही है। खाप प्रतिनिधियों ने साफ कहा कि किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं करेंगे कि लाल किले पर तिरंगे की जगह कोई धार्मिक झंडा फहराया जाए।

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