भिटौरा स्टेशन के पास अनुष्ठान में बोले कथावाचक श्री कृष्णाचार्य महाराज, आयोजकों ने किया स्वागत-वंदन
फतेहगंज पश्चिमी, बरेली-सत्य पथिक न्यूज नेटवर्क: श्रीमद्भागवत पुराण अपने आप में संपूर्ण ग्रंथ है। जहां भागवत कथा होती है वहां सभी देवी-देवता, गंगा यमुना सरस्वती स्वयं आ जाते हैं और सभी श्रद्धालु श्रोताओं का कल्याण करते हैं। यह बातें भिटौरा रेलवे स्टेशन के निकट आयोजित श्रीमद्भागवत कथा में विद्वान कथावाचक स्वामी श्री कृष्णाचार्य महाराज ने कहीं।

कथावाचक ने अपने उद्बोधन में सभी श्रोताओं से कहा कि देव ऋषि नारद भक्तों में श्रेष्ठ हैं और सबके कल्याण में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रहती है। बताया- पार्वती जी अमर कथा सुनते-सुनते सो गईं। राधाजी द्वारा डांटकर भेजा गया तोता शिवजी से अमर कथा कथा सुनता रहा। कथावाचक ने समझाया-आयोजक कथा तो करवा देते हैं किंतु उनका ध्यान आगंतुकों के स्वागत सत्कार में ही लगा रहता है। कथा अनुष्ठान का पूरा लाभ एकाग्रचित्त होकर कथा सुनने वाले भक्तों को ही मिल पाता है। इसलिए कथा को एकाग्रचित्त होकर ही सुनना चाहिए और कथा मंडप में आगंतुकों के बैठने की समुचित व्यवस्था भी होनी चाहिए।

स्वामी जी ने द्रोपदी के पांचों पुत्रों के संदर्भ में भी बहुत ही मार्मिक ढंग से कथा का वर्णन किया। उन्होंने कहा कि श्रीमद्भागवत कथा हम सबका कल्याण करने वाली है। कथा सत्संग से हमें वास्तविक लाभ प्राप्त होता है। आज के कार्यक्रम में कथा से पूर्व आयोजक विनोद कुमार पांडे, पूर्व चेयरमैन सरजू यादव, प्रेमपाल सिंह, केदार सिंह, सूर्य कुमार पाठक, आशीष पांडे, शंकर लाल शर्मा, प्रिंस चौहान ने कथा वाचक श्री आचार्य का माल्यार्पण कर स्वागत वंदन किया।