बार-बार तगादे पर भी कर्जा लौटाना तो दूर, एक भी किस्त तक अदा नहीं की
बैंक वालों ने संपत्ति नीलामी का नोटिस भी चस्पा कराया, कोर्ट जाएंगे कर्जदार

फतेहगंज पश्चिमी-बरेली, सत्य पथिक न्यूज नेटवर्क: फोकस इंस्टीट्यूट द्वारा पांच करोड़ 31 लाख 50 हजार का भारी भरकम कर्जा लेकर तय मियाद गुजरने के बाद भी बार-बार तगादे पर भी नहीं लौटाने पर शुक्रवार को बैंक के अधिकारियों ने संस्थान पर कब्जा करके अपने ताले डाल दिये। पूरी संपत्ति को नीलाम कराकर ऋण की भरपाई का ऐलान भी कर दिया है। किसी तरह का कोई विवाद नहीं हो पाए, इसलिए भारी पुलिस फोर्स भी मौजूद रही। एडीजी के आदेश पर सीओ मीरगंज रामानंद राय भी जांच को पहुंचे और बैंक के पजेशन लैटर के आधार पर ताले डलवाकर कब्जा दिलवाया।

ठिरिया खेतल के पास नेशनल हाईवे किनारे फोकस ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूट नाम से एक शिक्षण संस्थान है। शिक्षण संस्थान के भवन निर्माण के लिए बैंक आफ बड़ौदा की पीलीभीत रोड, बरेली स्थित फनसिटी शाखा से 24 नवम्बर 2009 को पांच करोड़ 31 लाख पचास हजार रुपये का ऋण लिया था। बैंक के विधिक अधिकारी नवीन कुमार रुहेला ने बताया कि 2009 से अब शिक्षण संस्थान के मालिकान ने कर्जा चुकाना तो दूर, एक भी क़िस्त तक जमा नहीं कराई है।

31 जनवरी 2013 को ऋण खाता एनपीए होने पर दो फरवरी को शिक्षण संस्थान को ऋण अदा करने का नोटिस दिया गया। लेकिन कर्जदार ने ऋण लौटाने से साफ इन्कार कर दिया। 30 अगस्त को बैंक ने ऋण के बदले 67400 वर्गमीटर की सम्पति पर कब्जा करना चाहा मगर शिक्षण संस्थान के मालिक ने कब्जा लेने का विरोध कर दिया।
इसके कुछ दिन बाद बैंक अधिकारियों ने पिछले बर्ष एक फरवरी को शिक्षण संस्थान का निरीक्षण किया तो उसके अंदर जनरेटर समेत कोई कीमती सामान मौजूद नहीं था। लिहाजा बंधक संपत्ति की सुरक्षा के लिए सरफेसी एक्ट 2002 के तहत बैंक अधिकारियों नेत्रशुक्रवार को शिक्षण संस्थान के भवन और खाली पड़ी जमीन पर कब्जा लेकर नीलामी के लिए अपना बोर्ड भी लगा दिया ताकि भविष्य में किसी तरह का विवाद नही हो।
बैंक प्रबंधक मदनलाल की सूचना पर सीओ रामानन्द राय और थाना प्रभारी अश्विनी कुमार पुलिस फोर्स के साथ मौजूद रहे। सीओ ने बताया कि बुलाने पर दूसरे पक्ष से एक महिला आयी थी लेकिन कब्जा रोकने संबंधी कोई दस्लावेज नहीं दिखा सकीं। महिला ने ने पूरे मामले को लेकर कोर्ट में जाने की बात जरूर कही है। सीओ ने पूरे मामले को समझने के बाद पजेशन लेटर के आधार पर बैंक को फोकस इंस्टीट्यूट के भवन पर कब्जा दिलवाकर बैंक के ताले भी डलवा दिए हैं।
