भोपाल/Accident/सत्य पथिक न्यूज नेटवर्क: मध्य प्रदेश के सीधी जिले में मंगलवार सुबह 54 यात्रियों से भरी बस नहर में गिर गई। नहर से अब तक सात लोगों को बचाया गया है। अब तक 48 शव नहर से निकाले जा चुके हैं। बचाव कार्य जारी है।
हादसा रीवां-सीधी बॉर्डर के पास छुहियाघाटी में हुआ। बाणसागर परियोजना की ये नहर है। निकाले गए लोगों की पहचान अभी नहीं हुई है। बाकी यात्रियों की तलाश जारी है। एक टीम बचाव अभियान में जुटी है। बस सीधी से सतना जा रही थी। ड्राइवर का बस से नियंत्रण खो जाने पर यह हादसा हुआ।

काफी गहरी नहर में बस पूरी तरह डूब गई है। क्रेन के जरिए बस को बाहर निकालने की कोशिश जारी है। बाणसागर डैम से निकलने वाले पानी को बंद करा दिया गया है ताकि बस तेज बहाव में बह न जाय। बस में बघवार, चोरगढ़ी समेत आसपास के भी यात्री सवार थे। बस हादसे को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सीधी कलेक्टर से बातचीत की है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मृतकों के परिजनों के प्रति गहरी शोक संवेदना व्यक्त करते हुए मुआवजे का भी ऐलान किया है। कहा कि कलेक्टर, एसपी और एसडीआरएफ (SDRF) की टीम मौके पर पहुंचकर बस को बाहर निकालने में जुटे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि वह राहत और बचाव कार्य करने वाली टीम के लगातार संपर्क में हैं। 7 लोगों को बचाया भी जा चुका है।
प्रधानमंत्री ने भी किया 2-2 लाख के मुआवजे का ऐलान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी घटना पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए मृतकों के परिजनों को प्रधानमंत्री राहत कोष से 2-2 लाख रुपये और गंभीर घायलों के इलाज को 50-50 हजार रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की है।
1.10 लाख घरों में रुका गृह प्रवेश का कार्यक्रम
बता दें कि मंगलवार को मध्य प्रदेश के 1.10 लाख घरों में गृह प्रवेश का कार्यक्रम सम्पन्न होने वाला था, जिसे इस हादसे के चलते स्थगित कर दिया गया है।
नहर से निकाले जा चुके 48 शव
मध्य प्रदेश के मंत्री तुलसी सिलावट ने भी हादसे को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। सीधी जिले के एसपी पंकज कुमावत ने बताया कि बस को नहर से निकाल लिया गया है। आसपास के गांवों के दर्जनों प्रशिक्षित गोताखोरों की मदद से बस में सवार ड्राइवर समेत कुल 55 लोगों में से 48 के शव बाहर निकाल लिए गए हैं। सात यात्रियों को पहले ही सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया था।