Chhath Puja 2020 : दिवाली के बाद कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को छठ पूजा Chhath Puja शुरू हो जाती है। छठ पर्व हिंदुओं का सबसे बड़ा त्योहार भी माना जाता है। इस बार छठ पूजा शुक्रवार को है। हालांकि कोरोना महामारी छठ पूजा का रंग हल्का कर सकती है।

छठ पूजा उत्तर भारत व मुख्य रूप से यूपी (Uttar pradesh), झारखंड (Jharkhand), बिहार (Bihar) में यह त्योहार बड़े स्तर पर मनाया जाता है। हालांकि कोरोना महामारी छठ पूजा का रंग हल्का कर सकती है। अभी से ही शासन, स्थानीय प्रशासन की ओर से लोगों की अपील की जा रही है कि कोई एक स्थान पर ही इकट्ठा होकर पूजा ना करें। संभव हो तो घर पर ही जल स्रोत बनाकर पूजा करें।
नहाय खाय से शुरू होता है छठ पूजा
छठ पूजा Chhath Puja का प्रारंभ दो दिन पूर्व चतुर्थी तिथि को नहाय खाय से होता है, फिर पंचमी को लोहंडा और खरना होता है। उसके बाद षष्ठी तिथि को छठ पूजा होती है, जिसमें सूर्य देव को शाम का अर्घ्य अर्पित किया जाता है। इसके बाद अगले दिन सप्तमी को सूर्योदय के समय में उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देते हैं और फिर पारण करके व्रत को पूरा किया जाता है।
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छठ पर्व पर सूर्य की आराधना क्यों
छठ पर्व पर सूर्य की पूजा का महत्व है। माना जाता है कि छठी माता को सूर्य देवता की बहन माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि सूर्य की उपासना करने से छह माता प्रसशन्न होतीं हैं।

ये है पूजा का मूहुर्त (puja ka muhurat)
20 नवंबर से छठ पर्व की शुरूआत हो रही है। पहले दिन सूर्योदय – 06 बजकर 48 मिनट पर होगा। वहीं, सूर्यास्त – 17 बजकर 26 मिनट पर होगा। जानकारों के अनुसार षष्ठी तिथि एक दिन पहले यानी 19 नवंबर की रात 9 बजकर 58 से शुरू हो जाएगी और 20 नवंबर को रात 9 बजकर 29 मिनट तक रहेगी। इसके अगले दिन सूर्य को सुबह अर्घ्य देने का समय छह बजकर 48 मिनट है।
छह पूजा में प्रत्येक दिन ये करें
पहला दिन- नहाय-खाय (Nahay khaay)
छठ पूजा के पहले दिन नहाय खाय होता है। इस वर्ष नहाय-खाय 18 नवंबर (बुधवार) को है. इस दिन सूर्योदय सुबह 06:46 बजे और सूर्योस्त शाम को 05:26 बजे पर होगा।
दूसरा दिन- लोहंडा और खरना
लोहंडा और खरना छठ पूजा का दूसरा दिन होता है। यह कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को होता है। इस वर्ष लोहंडा और खरना 19 नवंबर दिन गुरुवार को है। इस दिन सूर्योदय सुबह 06:47 बजे पर होगा और सूर्योस्त शाम को 05:26 बजे पर होगा।

तीसरा दिन- छठ पूजा (सन्ध्या अर्घ्य)
छठ पूजा Chhath Puja का मुख्य दिन कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को होता है. इस दिन ही छठ पूजा होती है। इस दिन शाम को सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है इस वर्ष छठ पूजा 20 नवंबर को है। इस दिन सूर्यादय 06:48 बजे पर होगा और सूर्योस्त 05:26 बजे पर होगा। छठ पूजा के लिए षष्ठी तिथि का प्रारम्भ 19 नवंबर को रात 09:59 बजे से हो रहा है, जो 20 नवंबर को रात 09:29 बजे तक है।
चौथा दिन- सूर्योदय अर्घ्य (पारण का दिन)
छठ पूजा Chhath Puja का अंतिम दिन कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि होती है। इस दिन सूर्योदय के समय सूर्य देव को अर्घ्य अर्पित किया जाता है। उसके बाद पारण कर व्रत को पूरा किया जाता है। इस वर्ष छठ पूजा का सूर्योदय अर्घ्य तथा पारण 21 नवंबर को होगा। इस दिन सूर्योदय सुबह 06:49 बजे तथा सूर्योस्त शाम को 05:25 बजे होगा।
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