लखनऊ से आई टीम ने मीरगंज, फरीदपुर में की निर्माणाधीन बिजलीघरों की जांच
बरेली, सत्य पथिक न्यूज नेटवर्क: प्रदेश के ऊर्जा और बरेली जिले के प्रभारी मंत्री श्रीकांत शर्मा क आदेश पर बिजली सब स्टेशनों के निर्माण में भ्रष्टाचार का ‘करंट’ पता करने के लिए लखनऊ से पांच सदस्यीय विशेष जांच टीम बरेली पहुंची और फरीदपुर और मीरगंज में निर्माणाधीन बिजली सब स्टेशनों के नमूने लिए। सूत्रों के मुताबिक टीम में तीन अधिकारी ट्रांसमिशन से संबंधित और दो पावर ग्रिड के थे। टीम ने मौके से कुछ सैैंपल लिए हैैं। प्राथमिक स्तर पर गड़बड़ी की भी आशंका जताई जा रही है।
गुरुवार को टीम स्थलीय जांच निपटाने के बाद और शिकायकर्ता जनप्रतिनिधियों से बात कर लखनऊ लौट गई। इससे पहले सोमवार को जिले के प्रभारी और प्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा के बरेली पहुंचने पर मीरगंज और फरीदपुर के विधायकों ने श्रीकांत शर्मा के समक्ष दोनों निर्माणाधीन सब स्टेशनों की गुणवत्ता पर सवाल उठाते हुए निर्माण कार्य में गोलमाल की भी आशंका जताई थी। ऊर्जा मंत्री ने प्रशासन स्तर के अलावा शासन से भी जांच कराने की बात कही थी।
सेटिंग बैठाने लखनऊ पहुंचे ठेकेदार-अफसर
सूत्रों के मुताबिक मामले में भ्रष्टाचार का खेल सामने आने का खतरा भांपकर संबंधित ठेकेदार और कुछ अधिकारी लखनऊ पहुंच गए हैैं। बताया जाता है कि वहां मुख्यालय के किसी अधिकारी के जरिये सेटिंग बैठाने की कोशिश भी चल रही है। हालांकि मामला माननीयों से जुड़ा और सीधे ऊर्जा मंत्री से शिकायत का है, ऐसे में सेटिंग मुश्किल दिख रही है।
रुड़की आईआईटी से भी पहुंच सकती है टीम
जांच को आई टीम भी जानती है कि मामले में ऊर्जा मंत्री ने खुद जांच के आदेश किए हैैं। इसलिए जांच में किसी तरह की लापरवाही न हो, इसलिए विशेषज्ञों की रिपोर्ट भी ली जाएगी। सूत्रों के मुताबिक सब स्टेशनों के निर्माण में किस तरह की निर्माण सामग्री का उपयोग हुआ है, यह पता करने के लिए रुड़की आईआईटी से इंजीनियर भी बुलाए जा सकते हैैं।
एयरफोर्स सब स्टेशन के एस्टीमेट में जीएसटी पर जीएसटी
बताया जा रहा है कि लखनऊ से आई पांच सदस्यीय टीम ने एयरफोर्स पर निर्माणाधीन सब स्टेशन के एस्टीमेट के भी दस्तावेज देखे। इसमें प्रथम दृष्टया खरीद में जीएसटी लगने के बावजूद फिर जीएसटी दिखाई गई थी। इससे ठेकेदार को अनुचित ढंग से लाभ पहुंचाकर करीब 50 लाख रुपये तक का गबन कर लिए. जाने की आशंका है। हालांकि इस बात की औपचारिक पुष्टि नहीं हुई।
मुख्यालय से पांच सदस्यीय टीम जांच के लिए बरेली गई थी। टीम सीधे प्रबंध निदेशक को अपनी रिपोर्ट सौंपेगी।- पीयूष गर्ग, मुख्य अभियंता (ट्रांसमिशन), लखनऊ
एयरफोर्स के सब स्टेशन का टेंडर निर्धारित से 48 फीसद कम, मीरगंज का 60 फीसद और फरीदपुर में 58 फीसद कम राशि पर टेंडर किए गए। टीम आई थी। मुझसे मिली भी थी। – डीसी वर्मा, विधायक मीरगंज