एक बार बनाकर तो देखें, यह रहा वर्मी कॉम्पोस्ट पिट बनाने और इस्तेमाल का तरीका
गणेश ‘पथिक’
सत्य पथिक वेब पोर्टल, बरेली: Earthworm Mannure वर्मी कोम्पोस्टिंग खाद सभी पोषक तत्वों से भरपूर और धरती मइया को रासायनिक उर्वरकों के हानिकारक जहर से बचाकर उसे सेहतयाब बनाने का सस्ता और आसान तरीका है। फूल मामा के नाम से प्रसिद्ध प्रकृति प्रेमी कैटी कोच ने अपने नये youtube video में अपने सुखद अनुभव साझा करते हुए बताया- “5 वर्षों से वर्मी कॉम्पोस्ट खाद बनाने और फसलों पर इसका चामत्कारिक असर देखकर आपको सब कुछ बताने के लिए काफी उत्साहित हूं।
क्या है वर्मी कॉम्पोस्टिंग?

वर्मी कोम्पॉस्टिंग केंचुओं द्वारा बनाई जाने वाली पोषक तत्वों से भरपूर प्राकृतिक-जैविक खाद खेतों में तैयार करने का आसान तरीका है। केंचुए फेंके गए खाद्य पदार्थों के कचरे को सड़ाकर उसे सबसे समृद्ध कास्टिंग कृमि पूप में बदल देते हैं जो सचमुच ‘काला सोना’ है।
यूपी के बरेली जिले के कस्बा मीरगंज के बुजुर्ग चिकित्सक, कई स्कूल-कॉलेजों और हॉस्पिटल के संचालक, समाजसेवी और प्रगतिशील किसान डॉ. सत्यवीर गंगवार तमाम नौकर-चाकर होने के.बावजूद रोज सुबह तड़के जागकर अपने खेतों, फसलों, फल-फूलों के पौधों की देखभाल नियमित रूप से खुद ही करते हैं। उन्होंने भी खेती-बागवानी के अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि चाहे आप किसान हों या
घरेलु किचन गार्डनर, इन तरीकों को एक बार आजमाकर जरूर देखें।
केंचुआ खाद तैयार करने के लिए आपके घर के पास का छायादार स्थान सबसे अच्छा है। गोलाकार गड्ढा बनाकर पहले पुराने अखबार डालें, फिर पुआल या हरी घास बिछाएं और थोड़ा सा पानी का छिड़काव करें। उसके ऊपर बेकार खाद्य सामग्री, फल-सब्जियों के छिलकों आदि से गड़ढे को भर दें। ऊपर से केंचुओं को
छोड़ दें। केंचुए आपको कृषि प्रसार विभाग से काफी सस्ती कीमत में मिल सकते है। वहां से.वर्मी कॉम्पोस्ट पिट बनाने और इस खाद का फसलों में सही इस्तेमाल कर भरपूर लाभ लेने के लिए कृषि वैज्ञानिकों से कुछ सप्ताह की फ्री ट्रेनिंग भी ले सकते हैं। वैसे केंचुए ऑनलाइन भी खरीदे जा सकते हैं। केंचुओं को छेदों वाले.प्लास्टिक के डिब्बों या छेददार मटकों में भरकर वर्मी कॉम्पोस्ट पिट को पुआल, हरी पत्तियों या घास.से अच्छी तरह ढंक दें। बंद गड्ढे में समय-समय पर पानी का छिड़काव करना भी न भूलें।
गड्ढे में कचरा भरने के लिए पुआल या घास को खींचें और दुबारा ढंक दें। नमी जरूरी है लेकिन ज्यादा पानी डालना भी ठीक नहीं है। अपने ढेर को 3 फीट से अधिक ऊंचा न होने दें। ऊपर की बजाय ढेर को बाहर की ओर फैलाना बेहतर है।
बकौल’फूल मामा’ कैटी कोच कृमि कास्टिंग (केंचुओं की खाद) बहुत, बहुत समृद्ध है। पौधों की जड़ों के चारों ओर इसे डाल दें। केंचुए फल-सब्जियां, उनके छिलके और कॉफी, चाय की पत्तियों को पसंद करते हैं। वे खट्टे पदार्थों, प्याज और लहसुन को नापसंद करते हैं। सर्दियों में संतरों के छिलकों में नारंगी के छिलके नहीं मिलाएं क्योंकि यह हमारे कृमि दोस्तों को पसंद नहीं है।
ब्रेड को तेल और पनीर के साथ गड्ढे में डाल सकते हैं लेकिन यह फलों, सब्जियों की मात्रा से कम होना चाहिए। कभी-कभी मांस कम मात्रा में मिला सकते हैं। ठीक है, भी, लेकिन सावधानी बरतें। बगीचे की कतरन, ताजा पत्ते, फूल, फूल के तने भी कॉम्पोस्ट पिट में डाल सकते हैं लेकिन यूफोरबिया, ओलियंडर और मिल्कवीड जैसे पौधों को दूर ही रखें। गुलाब के फूल-पत्तियां, पतली टहनियां डाल सकते हैं लेकिन ख्याल रखें कि इनमें कांटे न हों।
