सत्य पथिक वेबपोर्टल/रांची-झारखंड/fake IAS honored by CM: झारखंड में मुख्यमंत्री सचिवालय की आंखों में धूल झोंकते हुए पलामू के एक फर्जी IAS ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से अपना अभिनंदन भी करवा लिया। अब भेद खुलने पर खुद को आईएएस बताने वाले रांची के कुमार सौरभ उर्फ सौरभ पांडे नाम के इस युवक खिलाफ रांची के पांडु और धुर्वा थानों में केस दर्ज किए गए हैं।

ग्राम पांडु, पलामू के कुमार सौरभ उर्फ सौरभ पांडे ने UPSC परीक्षा 2021 में जनरल केटेगरी में अपनी 357वीं रैंक होल्डर बताकर CM सचिवालय की आंखों में भी धूल झोंक दी। सबसे बड़ी चूक झारखंड सरकार की तरफ से भी हुई है कि बिना वेरीफिकेशन के आखिर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के साथ भोज में शामिल होने और सम्मानित होने के लिए कैसे किसी को आमंत्रित कर लिया गया?
दरअसल, यूपीएससी में 357वीं रैंक उतर प्रदेश के कुमार सौरभ को मिली थी लेकिन ग्राम पांडु, पलामू, (झारखंड) के कुमार सौरभ उर्फ सौरभ पांडे ने इसे अपनी रैंकिंग बता दिया। मुख्यमंत्री सचिवालय द्वारा भी तथ्यों की पड़ताल किए बगैर ही उसे मुख्यमंत्री हेमंत के हाथों सम्मानित भी करवा दिया। शुक्रवार को पलामू के उपायुक्त आंजनेयुल दोड्ढे के निर्देश पर पांडु बीडीओ राहुल उरांव ने फर्जी आईएएस सौरभ पांडे के विरुद्ध रांची के पांडु थाने में केस दर्ज करा दिया है। उधर, रांची के धुर्वा थाने में भी राज्य के उच्च व तकनीकी शिक्षा विभाग के एमआईएस पदाधिकारी कुमार चंदन ने सौरभ पांडे के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराई है।
एमआईएस प्राधिकारी कुमार चंदन ने तहरीर में कहा है कि मुख्यमंत्री ने सिविल सेवा परीक्षा 2021 में झारखंड के सफल अभ्यर्थियों को सम्मानित करने के लिए अभिनंदन समारोह का आयोजन किया था। इसके लिए विभाग की ओर से सभी जिलों के उपायुक्तों को अपने-अपने क्षेत्र के सफल अभ्यर्थियों की सूचना उपलब्ध कराने को कहा था। पलामू से सफल अभ्यर्थी के रूप में कुमार सौरभ पुत्र स्व. दिलीप पांडे निवासी ग्राम पांडु के बारे में सूचना दी गई थी। इसके बाद तथाकथित अभ्यर्थी को बुलाकर मुख्यमंत्री के अभिनंदन समारोह में शामिल होने के लिए आमंत्रण भेजा गया।
26 जुलाई को ग्राम पांडु, पलामू निवासी कुमार सौरभ उर्फ सौरभ पांडे सम्मान समारोह में अपने परिवार के साथ शामिल हुआ और मुख्यमंत्री से सम्मान भी प्राप्त किया। इस मामले का खुलासा होने पर फर्जी सूचना देने व जालसाजी के आरोप में कुमार सौरभ उर्फ सौरभ पांडे के विरुद्ध पांडु और धुर्वा थानों में केस दर्ज किए गए हैं।
सौरभ पांडे के फर्जी होने के कई प्रमाण
पिछले दो माह से सौरभ पांडे के फर्जीवाड़े के कई प्रमाण सामने आ रहे हैं। सौरभ पांडे ने यूपीएससी परीक्षा पास करने और 357वीं रैंक हासिल करने के अपने दावे को सही ठहराया। अपना एडमिट कार्ड भी भेजा लेकिन एडमिट कार्ड में छेड़छाड़ की बात सामने आई है।
एडमिट कार्ड के रोल नंबर 7912001 के अनुसार उसके व्यक्तित्व परीक्षण की तारीख 8 अप्रैल 2022 बताई गई, लेकिन यूपीएससी की ओर से 22 मार्च 2022 को जारी 40 पेज के सूचना पत्र में एसएल-1093, अनुक्रमांक-7912001 के व्यक्तित्व परीक्षण की तिथि 6 मई 2022 निर्धारित थी. सौरभ पांडेय ने जिस कुमार सौरभ की रैंक (357वां) का इस्तेमाल किया, उसकी छानबीन करने पर पता चला कि कुमार सौरभ एससी कैटेगरी से आते हैं।
यूपी के कुमार सौरभ ने सौरभ पांडे को किया एक्सपोज
357वीं रैंक लाने वाले यूपी के कुमार सौरभ को जब इस संबंध में जानकारी हुई तो उन्होंने सौरभ पांडे को एक्सपोज किया। कुमार सौरभ को दिल्ली में यूपीएससी की तैयारी करने वाले स्टूडेंट के एक वॉट्सएप ग्रुप से जानकारी हुई। इसमें पता चला कि कोई उनके नाम से झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से अपना अभिनंदन भी करवा चुका है। इसके बाद कुमार सौरभ ने पलामू के सौरभ की असलियत को एक्सपोज किया.
30 मई से 27 जुलाई तक बना रहा रोल मॉडल
सौरभ पांडे 30 मई से 27 जुलाई तक पलामू समेत पूरे राज्य में रोल मॉडल बनकर घूमा। 30 मई को यूपीएससी का रिजल्ट आने पर सौरभ पांडे ने लोगों को बताया था कि यूपीएससी 2021 की परीक्षा में उसे 357वीं रैंक मिली है।