#कानपुर के बिकरू कांड को दोहराया, वारंट तामील कराने गए थे हलका इंचार्ज दारोगा और सिपाही
#जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने शराब माफिया के भाई को मार गिराया
कासगंज, सत्य पथिक न्यूज नेटवर्क: यूपी के कासगंज (Kasganj) में दुस्साहसी शराब माफियाओं ने कानपुर के भयंकर बिकरू कांड (Bikroo Kand) को दोहरा दिया है। मंगलवार आधी रात को वारंटी को पकड़ने गयी पुलिस को पहले शराब माफियाओं ने बंधक बनाया; फिर दारोगा अशोक और सिपाही देवेंद्र को लाठी-डंडों-भालों से इस कदर बेरहमी से पीटा-काटा कि सिपाही देवेंद्र की अस्पताल पहुंचने से पहले ही मौत (Death) हो गई जबकि पिटाई से गंभीर घायल दारोगा अशोक की हालत भी नाजुक बनी हुई है। जवाबी कार्रवाई में भारी पुलिस फोर्स ने शराब माफिया के भाई को मुठभेड़ के दौरान मार गिराया है।
खबर मिलते ही महकमे में हड़कंप मच गया। डीएम चंद्रप्रकाश सिंह, एसपी समेत पुलिस-प्रशासन के आला अधिकारी रात में ही मौके पर पहुंचे और खेत में अर्धनग्न हालत में पड़े गंभीर घायल सिपाही देवेंद्र और दारोगा अशोक को जिला अस्पताल भिजवाया। जिला अस्पताल से अलीगढ़ मेडिकल कॉलेज ले जाते वक्त सिपाही की मौत हो गई। गंभीर घायल दारोगा अशोक को अलीगढ़ मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है।
थाना सिढ़पुरा के नगला धीमर गांव का है मामला

थाना सिढ़पुरा के नगला धीमर गांव का है मामला
कासगंज में सिपाही की हत्या के बाद गंभीर हालत में दरोगा को अलीगढ़ रेफर कर दिया गया है।
सिढ़पुरा थाने के सिपाही और दारोगा पर उस वक्त हमला किया गया, जब वह वारंट तामील कराने और कुर्की का नोटिस चस्पा करने थाना क्षेत्र के नगला धीमर गांव में वारंटी के घर पर गए थे। गए थे। हमलावरों. ने दोनों को भालों और लाठी-डंडों से काट-पीटकर मरणासन्न हालत में जंगल में फेंक दिया गया था। 4 घंटे से ज्यादा की तलाश के बाद पुलिस दोनों तक पहुंच पाई।
तफ्तीश में इस मामले में शराब माफिया मोती का नाम सामने आ रहा है। पुलिस टीम पर खतरनाक हमला करने के आरोपियों की तलाश तेज हो गई है। पूरे गांव को पुलिस और पीएसी ने घेर रखा है। माना जा रहा है कि सिपाही और दरोगा पर हमला करने में माफिया मोती और उसके दर्जनों साथी शामिल थे।
बख्शे नहीं जाएंगे गुनाहगार
पुलिस की 6 टीमें गठित कर आरोपियों की तलाश की जा रही है। यह काफी गंभीर प्रकृति का अपराध है. किसी भी हालत में अपराधियों को बख्शा नहीं जाएगा।-अजय आनंद, पुलिस महा निदेशक आगरा
शहीद सिपाही देवेंद्र नाथ (फाइल फोटो)
शहीद सिपाही के परिजनों को 50 लाख मुआवजा, आश्रित को नौकरी
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कासगंज में सिपाही की शहादत और दारोगा पर कातिलाना हमले की घटना पर तत्काल संज्ञान लिया है। उन्होंने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने और घायल दारोगा के समुचित उपचार के निर्देश दिए हैं। साथ ही शहीद सिपाही के परिवार के प्रति गहरी संवेदना जताते हुए 50 लाख की आर्थिक सहायता और आश्रित को सरकारी नौकरी देने के निर्देश भी दिए हैं। डीएम चंद्रप्रकाश सिंह ने मुख्यमंत्री की इस घोषणा की पुष्टि की है।
जवाबी कार्रवाई में मुख्य आरोपी का भाई ढेर
घटना के बाद भारी पुलिस-पीएसी फोर्स ने रात में ही गांव की घेराबंदी कर सिपाही-दारोगा के हमलावर शराब माफिया मोती और उसके दर्जन भर गुर्गों की धरपकड़ की कोशिश की तो बदमाशों ने दुबारा पुलिस पर हमला कर दिया। पुलिस ने मोर्चाबंदी कर जवाबी कार्रवाई की तो मुख्य आरोपी मोती का भाई एलकार मुठभेड़ में मारा गया। बाकी बदमाश भाग गए। एलकार पर सिढ़पुरा थाने में तीन और मुख्य आरोपी, शराब माफिया मोती पर 11 मुकदमे दर्ज हैं। एडीजी अजय आनंद और आईजी पीयूष मोर्डिया कासगंज में ही कैंप कर रहे हैं।