ठिरिया बुजुर्ग में संगीतमय साप्ताहिक भागवत्कथा: तृतीय दिवस
सत्य पथिक वेबपोर्टल/मीरगंज-बरेली/devotion: वृन्दावन धाम से आए प्रख्यात कथाव्यास श्री श्री1008 स्वामी श्री बृजभूषणाचार्य जी महाराज ने कहा, “अटूट भक्तिभाव और दृढ़ इच्छा शक्ति हो तो भगवान भक्त के प्रेम बंधन में बंधकर उनके कल्याण के लिए नंगेपांव दौड़े चले आते हैं।”

पूज्यपाद कथाव्यास स्वामी बृजभूषणाचार्य जी मीरगंज के गांव ठिरिया बुजुर्ग में चल रही संगीतमय भागवत्कथा के तीसरे दिन सोमवार शाम भक्तजनों पर अपनी अमृतमयी वाणी की वर्षा कर रहे थे। ध्रुव प्रसंग की व्याख्या करते हुए आचार्य प्रवर ने समझाया कि भगवान अगर किसी के सामने झुकते हैं तो वे भक्तराज ध्रुव और प्रह्लाद जैसे उनके अनन्य भक्त ही हैं।

बताया- ध्रुव चरित्र की अलौकिक कथा सुनने को तो देवगण भी लालायित रहते हैं। स्वामीजी के श्रीमुख से भक्ति की अपार महिमा का बखान सुनकर भक्तजन धन्य हो गए। कथासत्र में पूरे समय विशाल पांडाल में बैठे सैकड़ों श्रद्धालु महिला-पुरुष भक्ति और अलौकिक आनंद के भावातिरेक में अश्रुगंगा बहाते रहे। स्वामीजी ने कपिल मुनि-देवहूति संवाद सुनाकर भी भक्ति-अध्यात्म की रसवर्षा की। सुमधुर भजनों पर भक्तजन पूरे समय झूमते रहे। मुख्य यजमान अशोक उपाध्याय, अरविंद उपाध्याय, अरुण शुक्ला, सचिन उपाध्याय, मिंटू भारद्वाज, टिंकू भारद्वाज आदि विशेष रूप से उपस्थित रहे।