शाही-मीरगंज, बरेली/अवैध वसूली/सत्य पथिक न्यूज नेटवर्क: एक तरफ जहां चिकित्सक/स्टाफ जान की बाजी लगाकर कोविड चिकित्सालयों में मरीजों की जान बचाने के पवित्र मिशन में जुटे हैं तो वहीं चंद कर्मचारी थोड़े से रुपयों के लालच में पूरी बिरादरी को बदनाम करने से भी बाज नहीं आ रहे हैं। इसी तरह का एक मामला शनिवार को शाही स्थित पीएचसी पर देखने को मिला।

गांव कुल्छा की गौंटिया के भगवानदास शनिवार को अपने पुत्र बलवीर की बहू को डिलीवरी कराने के लिए शाही प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर लाए थे। आरोप है कि सरकारी एंबुलेंस के ड्राइवर ने मरीज को उतारने से पहले उनसे ₹100 झटक लिए। उसके बाद अस्पताल पर तैनात नर्स सरोज ने डिलीवरी के नाम पर ₹600 वसूल लिए। मजबूर भगवानदास किसी से उधार मांगकर रुपये लाए और नर्स को दे दिए। इससे पहले भगवानदास से हाथों में पहनने के लिए ग्लव्स भी मंगाए गए। इस संबंध में नर्स सरोज से पूछा तो उसने कह दिया कि अस्पताल में डिलीवरी के लिए जरूरी सामान खरीदने को रुपए लिए थे।