नई दिल्ली, सत्य पथिक न्यूज नेटवर्क: कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर 65 दिन से किसानों का धरना जारी है। गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा के बाद पंचायतों का दौर भी चल रहा है। वहीं, भाकियू नेता राकेश टिकैत का भावुक वीडियो वायरल होने के बाद गाजीपुर बॉर्डर पर एक बार फिर किसानों का हुजूम उमड़ आया है। दिल्ली पुलिस ने भी किसानों को राजधानी में जाने से रोकने के लिए सख्ती बढ़ी दी है।

कई लेयर की बैरीकेडिंग, नुकीले तार भी लगाए
कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे किसानों के विरोध प्रदर्शन के बीच गाजीपुर बॉर्डर को किले में तब्दील करते हुए बड़ी संख्या में सुरक्षा बल तैनात किये गये हैं। बॉर्डर पर पुलिस ने कई लेयर की बैरिकेडिंग की है। साथ ही नुकीले तार भी लगाए हैं। नेशनल हाईवे 24 को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है।
नहीं चाहते कि सरकार या संसद झुके: नरेश टिकैत
किसान नेता नरेश टिकैत ने प्रधानमंत्री के वार्ता संबंधी बयान पर कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जो कहा, हम उसका सम्मान करते हैं। उनकी गरिमा की रक्षा की जाएगी। हम नहीं चाहते कि सरकार या संसद हमारे आगे झुके, लेकिन वह किसानों के आत्म-सम्मान की भी रक्षा करे।
किसी को तिरंगे का अपमान नहीं करने देंगे: टिकैत
किसान नेता नरेश टिकैत ने गणतंत्र दिवस के दौरान लालकिले पर हुई घटना पर कहा कि हम किसी को तिरंगे का अपमान नहीं करने देंगे। इसे हमेशा ऊंचा रखेंगे। 26 जनवरी को हुई हिंसा षड्यंत्र का परिणाम थी, इसकी समग्र जांच होनी चाहिए। किसान नेता नरेश टिकैत ने कहा कि सरकार को हमारे लोगों को रिहा करना चाहिए और वार्ता के लिए मंच तैयार करना चाहिए। हमें उम्मीद है कि बीच का कोई रास्ता निकलेगा।
सिंघु बॉर्डर पर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाई
सिंघु बॉर्डर पर कृषि कानूनों के खिलाफ हो रहे किसानों के प्रदर्शन की वजह से बॉर्डर पर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। एक व्यक्ति ने बताया मैं दिल्ली से आ रहा हूं और कुंडली में काम करता हूं। पुलिस हमें जाने नहीं दे रही है।