बरेली। गुल-गुलों से परहेज, मगर गुड़ खाने से नहीं चूकते सपाई। एक तरफ तो समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव योगी सरकार में बढ़ते अपराधों के लिए उन पर सवालिया निशान लगाकर जनता के सामने अपनी पार्टी की छवि सुधारने की पुरज़ोर कोशिश में लगे हैं; तो वही दूसरी ओर उन्हीं की पार्टी के बड़े पदाधिकारी दागियों और हिस्ट्रीशीटरों को पनाह देकर उनकी छीछालेदर करने में जुटे हैं। 

बरेली के सपा पार्षद अब्दुल कय्यूम का नाम दागी और हिस्ट्रीशीटरों में शुमार है। अभी हाल में ही अब्दुल कय्यूम ने सपा जिलाध्यक्ष अगम मौर्य और उप्र संघ लोक सेवा आयोग के पूर्व अध्यक्ष प्रोफेसर ज़ाहिद खां समेत दिग्गज नेताओ को बाकायदा फूलों का गुलदस्ता भेंटकर फोटो वायरल करते हुए वर्ष 2022 के.यूपी विधानसभा चुनाव में अपनी दमदार दावेदारी ठोंक दी है। 

भतीजे ने लिखाई है मारपीट, धमकाने की एफआईआर

अब्दुल कय्यूम खां उर्फ मुन्ना वार्ड 69 शाहबाद भूड़ के सपा पार्षद होने की हनक रखते हैं। हनक इतनी कि किसी को भी खुलेआम जान से मारने की धमकी देने से तक नहीं चूकते। अभी हाल में ही सपा पार्षद मुन्ना के खिलाफ उनके भतीजे ने मारपीट करने और जान से मारने की धमकी देने के आरोप लगाते हुए रिपोर्ट लिखवाई थी। मगर मुन्ना की पहुंच के चलते थाने में तहरीर देने के बावजूद प्रेमनगर पुलिस ने कोई कार्यवाही नहीं की। वहीं, फाइक इन्क्लेव निवासी हारून बताते हैं कि उनके चाचा सपा पार्षद अब्दुल कय्यूम उर्फ़ मुन्ना बेटे शाहरुख के सिथ मिलकर कई बार उनसे मारपीट कर चुके हैं। पत्नी का हाथ भी तोड़ चुके हैं। 

फेसबुक के जरिये मांगी लोगों से मदद 

पार्षद की पहुंच ऊपर तक होने की वजह से पुलिस उन पर कोई कार्यवाही ही नहीं कर रही है। दबंग पार्षद चाचा के डर से हारून ने अपनी फेसबुक पोस्ट के ज़रिये लोगो से मदद की गुहार लगानी शुरू कर दी है। 

बता दें कि सपा पार्षद अब्दुल कय्यूम उर्फ़ मुन्ना पर थाने में कई संगीन मुकदमे दर्ज हैं। सवाल है कि क्या अकूत संपत्ति के मालिक होने के नाते ही आंखें मूंदकर उन्हें पार्टी में सिर-आंखों पर बैठाया जा रहा है। अगर ऐसा ही होता रहा तो आने वाले विधानसभा चुनाव में इसका बुरा असर सपा को जरूर देखने को मिलेगा।    

Leave a Reply

Your email address will not be published.

error: Content is protected !!