कृषि कानूनों के विरोध में मंगलवार सुबह से ही भारत बंद का असर नजर आने लगा। कांग्रेस समेत 18 से ज्यादा राजनीतिक दलों ने किसानों के बंद का समर्थन किया है। किसान संगठन भारत बंद के दौरान सड़कों पर उतर आए हैं। पंजाब, बंगाल समेत कई राज्यों में ट्रेड यूनियन और किसान संगठन प्रदर्शन कर रहे हैं। पश्चिम बंगाल में प्रदर्शनकारियों ने रेल रोक दिया है। बैंक यूनियन ने बंद का तो समर्थन किया है लेकिन वे हड़ताल पर नहीं जाएंगे। आइए जानते हैं किस जगह कैसी स्थिति रही।
दिल्ली
किसानों के आंदोलन का मुख्य केंद्र बने दिल्ली है। सीएम अरविंद केजरीवाल और उनकी आम आदमी पार्टी ने किसानों के आंदोलन में साथ है। भारत बंद के बीच दिल्ली में सुबह साढ़े 10 बजे तक सबकुछ सामान्य रहा। ओला-ऊबर चल रही हैं, सड़कों पर ऑटो भी चलते दिख रहे हैं। नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भी सबकुछ नॉर्मल है और ट्रेनें अपने तय शेड्यूल के मुताबिक चल रही हैं। हां, दिल्ली और एनसीआर के जो रास्ते किसान आंदोलन के कारण पहले से बंद हैं, वहां से ट्रैफिक डायवर्ट किया गया है। एनच 24 पर भी एक तरफ का ट्रैफिक चल रहा है। पुलिस इस हाइवे पर सतर्क है। किसान दोपहर बाद जाम लगा सकते हैं।

उत्तर प्रदेश
कांग्रेस और समाजवादी पार्टी ने बंद का समर्थन किया है। पश्चिम यूपी में बंद का ज्यादा असर दिख सकता है। यहां भारतीय किसान यूनियन का ज्यादा प्रभाव है। यूनियन सरकार के कानून का विरोध कर रहा है। यूपी गेट पर भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने किया लाठीचार्ज। भारत बंद के दौरान गाजीपुर-गाजियाबाद (दिल्ली-यूपी) बॉर्डर पर किसानों ने किया प्रदर्शन किया। यहां किसानों ने चक्का जाम कर रखा है। एक किसान ने कहा कि अगर सरकार कानून बना सकती है तो वे इसे निरस्त भी कर सकती है। उन्हें किसान संघों और विशेषज्ञों के साथ काम करना चाहिए। हम लिखित यह वादा लेने के बाद ही आंदोलन खत्म करेंगे।

पंजाब
कांग्रेस (Congress) शासित पंजाब (Punjab) में भारत बंद के मद्देनजर पंजाब में अनेक स्थानों पर दुकानें और व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद रहे। राज्य में पेट्रोल डीलरों ने भी बंद के समर्थन में पेट्रोल पंप बंद रखे। राज्य में ईंधन भरने वाले पंपों की संख्या 3,400 से अधिक है। पड़ोसी राज्य हरियाणा में विपक्षी दल कांग्रेस और इंडियन नेशनल लोक दल ने भारत बंद को समर्थन दिया। दोनों ही राज्यों में सुबह से ही किसान राजमार्गों तथा अन्य महत्वपूर्ण मार्गों पर एकत्रित होने लगे थे। मोहाली में एक किसान ने कहा, ‘हम शांतिपूर्वक तरीके से प्रदर्शन करेंगे।’ लुधियाना में भी प्रदर्शनकारी सड़कों पर बैठ गए। किसान नेताओं ने कहा कि सुबह 11 बजे से तीन बजे तक वे सड़कों और टोल प्लाजा को बंद रखेंगे। कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए दोनों ही राज्यों में पर्याप्त संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है।
हरियाणा
किसान आंदोलन का एक और प्रमुख केंद्र हरियाणा है। राज्य सरकार की सहयोगी जननायक जनता पार्टी के 5 विधायकों ने किसानों के भारत बंद का समर्थन किया है। नैशनल हाइवे समेत दिल्ली की तरफ आने वाले कई रास्तों पर बंद का असर नजर आ रहा है।

राजस्थान
भारत बंद के दौरान हिंसा की तस्वीर भी सामने आ रही है। जयपुर में भाजपा मुख्यालय पर आज भारत बंद के दौरान एनएसयूआई कार्यकर्ता (कांग्रेस की छात्र इकाई) कार्यालय को घेरने पहुंच गए। वे कार्यालय के सामने केंद्र सरकार, पीएम मोदी और भाजपा के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे। इसी दौरान वे कार्यालय के बाहर पीएम का पुतला जलाने लगे तो भाजपा युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने इसका विरोध किया। इस दौरान हंगामा काफी बढ़ गया और युवा मोर्चा व एनएसयूआई कार्यकर्ता आपस में उलझ गए। कुछ देर में यह हंगामा हाथापाई में बदल गया। मौके पर मौजूद पुलिस ने समझाईश कर मामला शांत कराया। करीब आधे घंटे तक हुए हंगामें के बाद एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने पीएम का पुतला फूंका और वापस लौटे। एहतियात के तौर पुलिस का जाप्ता भाजपा मुख्यालय पर तैनात किया गया है।
- दिल्ली – यूपी बॉर्डर पर प्रदर्शन और चक्काजाम
- बंगाल, बिहार, यूपी, ओडिशा, आंध्र प्रदेश और महाराष्ट्र में कई जगह ट्रेनें रोकी गईं
- मुंबई के डब्बावाला ने किसानों को समर्थन दिया
- विपक्षी पार्टियों का देश भर में प्रदर्शन
- पंजाब में किसानों ने हाइवे जाम किए महाराष्ट्र, दिल्ली, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, बंगाल, बिहार में कई ट्रकों के पहिये थमे
बिजनौर में किसान आंदोलन
जिले में 85 स्थानों पर चक्का जाम का एलान था। तमाम किसान संगठन और राजनीतिक दल शामिल रहे। चप्पे चप्पे पर पुलिस तैनात है, अराजकता फैलाने व जबरन दुकान बंद कराने वालों से सख्ती से निपटने के आदेश बिजनौर एसपी ने दिए हैं। बिजनौर में बंद का कोई खास असर नहीं दिखाई दिया। रोजाना की तरह बाजार पूरी तरह खुला। नांगल सोती में व्यापारियों ने अपनी दुकानें बंद कर किसानों के समर्थन में विरोध प्रकट किया। नजीबाबाद, जलालाबाद और साहनपुर में भारत बंद का मिलाजुला असर रहा।
मेरठ में राजनेता घरों में कैद
मेरठ में किसान बंद के समर्थन आज सुबह ही सपा नेता पवन गुर्जर को उनके नूर नगर आवास से पुलिस ने गिरफ़्तार किया। शहर को नौ जोन में बांटा गया है। घंटाघर, बेगमपुल समेत कई स्थानों पर पुलिस फोर्स तैनात है। मेरठ-करनाल हाइवे पर दबथुवा, मेरठ-बागपत रोड़ पर जानी खुर्द, मेरठ-पौडी राजमार्ग पर मवाना खुर्द, दिल्ली दून बाइपास पर जटौली कट व भूडबराल चौराहे पर भाकियू के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं व किसानों ने चक्का जाम कर दिया। इस दौरान मुख्य मार्गों व राजमार्गों पर आवाजाही ठप होने से लोग परेशान हो गए। भाकियू ने कृषि कानूनों को वापस करने की मांग करते हुए एमएसपी लागू करने की मांग की है। कंकरखेडा में जटौली कट पर भाकियू के कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी के दौरान आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया। इस दौरान पुलिस मूकदर्शक बनकर खड़ी रही। जटौली कट पर एक तरफ जहां चक्का जाम के दौरान भाकियू की नारेबाजी हो रही थी। वहीं दूसरी तरफ पुलिस फोर्स के साथ सीओ संजीव दीक्षित, इंस्पेक्टर तपेश्वर सागर करीब 100 मीटर की दूरी से खड़े रहे। एसडीएम सुनीता सिंह, फायर ब्रिगेड की गाडी और आरएएफ के जवान भी चक्का जाम से दूर ही खड़े दिखाई पड़े।