सत्य पथिक वेबपोर्टल/बर्मिंघम-इंग्लैंड/India in CWG:भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 22वें कॉमनवेल्थ गेम्स के सेमीफाइनल में जगह बना ली है।रविवार को खेले गए ग्रुप-बी के अपने आखिरी मुकाबले में टीम इंडिया ने वेल्स को 4-1 से मात दी। भारत के लिए उप-कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने (18वें, 19वें और 41वें मिनट) और गुरजंत सिंह ने (49वें मिनट) में गोल दागे। वेल्स की ओर से इकलौता गोल गैरेथ फरलोंग ने खेल के 55वें मिनट में किया।

पहले क्वार्टर में भारतीय टीम का पूरी तरह दबदबा रहा लेकिन मौकों को गोल में तब्दील नहीं कर पाई लेकिन दूसरा क्वार्टर पूरी तरह भारतीय टीम के नाम रहा। इस क्वार्टर के 18वें और 19वें मिनट में भारत को दो पेनाॅल्टी कॉर्नर मिले, जिन पर ड्रैग फ्लिकर हरमनप्रीत ने गोल दाग दिए। दूसरे क्वार्टर में भारत की ओर से कोई और गोल नहीं हुआ।
आखिरी दो क्वार्टर में भी भारत रहा हावी
फिर तीसरे क्वार्टर में भारत को पेनल्टी स्ट्रोक मिला जिसपर एक बार फिर हरमनप्रीत सिंह ने गोल कर भारत को 3-0 से आगे कर दिया। चौथे क्वार्टर में भी भारत का दबदबा रहा। खेल के 49वें मिनट में मनप्रीत सिंह के पास पर गुरजंत ने स्कोर कर भारत को 4-0 की बढ़त दिला दी। हालांकि बाद में गैरेथ फरलोंग ने एक गोल दागकर हार के अंतर को कम कर दिया।
भारत को ग्रुप-बी में घाना, वेल्स, इंग्लैंड और कनाडा के साथ रखा गया था। वहीं ग्रुप-ए में पाकिस्तान, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, साउथ अफ्रीका और स्कॉटलैंड की टीमें हैं। सभी टीमें अपने ग्रुप में एक-दूसरे से खेल रही हैं। दोनों ग्रुपों से शीर्ष चार टीमें सेमीफाइनल में पहुंचने वाली हैं। भारत ने घाना, कनाडा और वेल्स को मात दी है। वहीं इंग्लैंड के खिलाफ उसका मुकाबला बराबरी पर छूटा था।
पहली बार गोल्ड जीतने का मौका
भारतीय पुरुष हॉकी टीम की जीतोड़ कोशिश पहली बार कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल जीतने की रहेगी। कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत का बेस्ट प्रदर्शन 2010 (दिल्ली) और 2014 (ग्लास्गो) में रहा जब उसने रजत पदक अपने नाम किया था। वहीं 1998 और 2018 के खेलों में भारत चौथे स्थान पर रहा था। मनप्रीत सिंह की ही कप्तानी में भारत ने पिछले साल टोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक अपने नाम किया था। टीम इंडिया के लगातार शानदार प्रदर्शन की बदौलत अब इस बार कॉमनवेल्थ गेम्स में करोड़ों देशवासियों की गोल्ड मेडल की उम्मीदें हिलोरें भर रही हैं।