सत्य पथिक वेबपोर्टल/नई दिल्ली/IT red: वर्ष 2020 में कोरोना महामारी के बाद 350 करोड़ से भी ज्यादा टेबलेट्स की बिक्री कर देश भर में चर्चा में आई कंपनी के 40 ठिकानों पर अब इन्कम टैक्स की चोरी के आरोप में आयकर विभाग की बड़ी छापेमारी हुई है।

कोविड-19 महामारी के दौरान साल 2020 में पैरासिटामोल की पर्याय बनी डोलो-650 की निर्माता कंपनी माइक्रो लैब्स ने खूब कमाई की थी। कंपनी ने डोलो-650 के 350 करोड़ टैबलेट्स की बिक्री का रिकॉर्ड बनाकर बाकी प्रतिस्पर्धियों को मीलों पीछे छोड़ दिया था। कंपनी ने एक साल में 400 करोड़ रुपये का राजस्व जुटाया था।
उन दिनों सोशल मीडिया (Social Media) पर भी डोलो-650 (Dolo-650) ने खूब सुर्खियां बटोरी थीं। डोलो-650 पैरासिटामोल का उसी तरह से पर्याय बन गया था, जैसे बोतलबंद पानी के मामले में बिस्लेरी (Bisleri) और फोटोकॉपी के मामले में जेरॉक्स (Xerox)। इसे उस दौरान भारत का पसंदीदा स्नैक्स भी कहा जाने लगा था। आयकर चोरी (Income Tax Evasion) के शक में इन्कम टैक्स डिपार्टमेंट (Income Tax Department) की टीमों ने डोलो-650 बनाने वाली दवा कंपनी माइक्रो लैब्स लिमिटेड (Micro Labs Limited) के देश भर में 40 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की है।
इन शहरों के 40 ठिकानों पर हुई छापेमारी
इन्कम टैक्स डिपार्टमेंट के 20 से अधिक अधिकारियों की टीम ने माइक्रो लैब्स के बेंगलुरू में रेसकोर्स रोड स्थित मुख्यालय पर बुधवार को छापेमारी की। इसके अलावा इन्कम टैक्स डिपार्टमेंट की टीमों ने नई दिल्ली, सिक्किम, पंजाब, तमिलनाडु और गोवा में भी कंपनी के 40 ठिकानों पर छापे मारे। इस कार्रवाई में आयकर विभाग के 200 से अधिक अधिकारियों ने हिस्सा लिया। कंपनी के सीएमडी दिलीप सुराना और डायरेक्टर आनंद सुराना के आवास पर भी छापेमारी की गई।
आईटी डिपार्टमेंट को मिले अहम सुराग
इन्कम टैक्स डिपार्टमेंट के सूत्रों के अनुसार, इस कार्रवाई में माइक्रो लैब्स के रेस कोर्स रोड स्थित कार्यालय से कई अहम दस्तावेज बरामद किए गए हैं।