घंटों बाधित रहा ट्रैक, क्षतिग्रस्त ट्रैक से ही गुजर गईं नौच॔दी, संगम एक्सप्रेस
सत्य पथिक वेबपोर्टल/मेरठ/massive accident escaped: मेरठ-हापुड़ रेलवे ट्रैक पर ट्रेन के ड्राइवर की सूझबूझ से शुक्रवार रात बड़ा हादसा टल गया।

शुक्रवार रात लगभग नौ बजे हापुड़ की ओर से आ रही खुर्जा पैसेंजर को मेरठ सिटी स्टेशन से एक किमी पहले साईंपुरम के पास पहुंचते ही तेज झटका लगा। लोको पायलट ने तुरंत ब्रेक लगाकर ट्रेन को रोका। पटरी तिरछी होने पर लोको पायलट ने ट्रेन को बहुत धीमी चाल में मेरठ सिटी स्टेशन तक पहुंचाया और स्टेशन मास्टर को सूचना देकर शिकायत दर्ज कराई।
इस बाबत प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि माल लदे ट्रक को ट्रैक पर पीछे किया जा रहा था, तभी समय पटरी का कुछ हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया जिससे पटरी तिरछी हो गई।
पटरी तिरछी होने की सूचना फैलते ही मुरादाबाद डिविजन तक हड़कंप मच गया। तुरंत रेलवे कर्मचारी ट्रैक को दुरुस्त करने के लिए दौड़े चले आए। हापुड़ से भी इंजीनियरों की टीम ने मौके पर पहुंचकर ट्रैक को दुरुस्त किया। शुक्रवार रात 12 बजे तक ट्रैक की मरम्मत का काम चलता रहा।
मेरठ-हापुड़ रेलवे खंड को मेरठ के पास ट्रैक खराब होने के कारण घंटों बंद रखना पड़ा। गनीमत रही कि संगम और नौचंदी एक्सप्रेस पहले ही इसी क्षतिग्रस्त ट्रैक से गुजर गई थीं। लखनऊ से मेरठ आने वाली राज्यरानी एक्सप्रेस अपने निर्धारित समय रात्रि 10.30 बजे के बजाय दो घंटे 13 मिनट की देरी से शुक्रवार रात एक बजे सिटी पर स्टेशन पहुंची।
रेलवे ट्रैक किनारे दीवार निर्माण जरूरी
रेलवे सुरक्षा की दृष्टि से ट्रैक किनारे सभी स्थानों पर स्लीपर लगाकर दीवार तैयार करा रहा है। दिल्ली-मेरठ रेलवे ट्रैक पर भी दीवार बनवाने का काम शुरू कर दिया गया है। मेरठ सिटी स्टेशन के पास भी दीवार निर्माण जरूरी है क्योंकि रेलवे ट्रैक का अधिकांश हिस्सा आवासीय क्षेत्र से सटा हुआ ही है।