ठिरिया बुजुर्ग राधाकृष्ण मंदिर पर भागवत् कथा में दूसरे दिन भी उमड़े सैकड़ों श्रद्धालु
सत्य पथिक वेबपोर्टल/मीरगंज-बरेली/Bhagwat Katha: वृन्दावन धाम से आए कथाव्यास स्वामी बृजभूषणाचार्य महाराज ने गांव ठिरिया बुजुर्ग के श्रीराधा कृष्ण मंदिर में चल रही साप्ताहिक संगीतमय श्रीमद्भागवत कथा के दूसरे दिन गोकर्ण ऋषि का प्रेरणादायी प्रसंग सुनाते हुए समझाया कि श्राद्ध पक्ष में भागवत्कथा सुनने से प्रेत योनि में फंसे धुंधकारी को भी मोक्ष की प्राप्ति हुई थी।

कथाव्यास ने बताया कि भागवत्कथा वैसे तो किसी भी समय सुनी जाए, शुभ फल देती ही है लेकिन श्राद्ध पक्ष में इस कथा के श्रवण का अपना ही महत्व है। उन्होंने परम भागवत् बाल ऋषि शुकदेव जी के अवतरण, राजा परीक्षत के जन्म, कलियुग के आगमन और भीष्म पितामह द्वारा पांडवों को ज्ञानोपदेश की कथा भी अपनी अमृतमयी मधुर वाणी में सुनाई।

कथा सुनने के लिए ठिरिया बुजुर्ग और आसपास के कई गांवों के लोग लगातार दूसरे दिन भी बड़ी तादाद में पहुंचे और अमृतमयी कथा का आनंद लिया। कथा के परीक्षित मुख्य यजमान राधाकृष्ण मंदिर के महंत अशोक उपाध्याय सपत्नीक उपस्थित रहे।

अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा के जिलाध्यक्ष अरुण शुक्ला, अरविंद उपाध्याय, टिंकू भारद्वाज, मिंटू भारद्वाज, सचिन उपाध्याय और सैकड़ों महिला-पुरुष श्रद्धालुओं ने भी उपस्थिति दर्ज कराई। आरती, प्रसाद वितरण के साथ कथा को विश्राम दिया गया।