आजादी के अमृत महोत्सव पर रेलवे वर्कशॉप में हुआ कवि सम्मेलन, वरिष्ठ कवियों को सम्मानित भी किया गया
सत्य पथिक वेबपोर्टल/बरेली/kavi goshthi: पूर्वोत्तर रेलवे, इज्जत नगर,बरेली के यंत्रालय (वर्कशॉप) की राजभाषा कार्यान्वयन समिति के तत्वावधान में शुक्रवार को आजादी के अमृत महोत्सव पर सरस कवि गोष्ठी आयोजित की गई।

अध्यक्षता वरिष्ठ साहित्यकार रणधीर प्रसाद गौड़ ‘धीर’ ने की। मुख्य अतिथि मुख्य कारखाना अधीक्षक राजेश अवस्थी रहे।
गोष्ठी का शुभारंभ माँ शारदे के चित्र पर माल्यार्पण एवं उनकी वंदना से हुआ। वाणी वंदना श्रीमती शिव रक्षा पांडे ने प्रस्तुत की। कवियों के ओजस्वी काव्य पाठ से सभागार भारत माता की जय एवं वंदे मातरम् से गूंज उठा। कवियों ने देर शाम तक समाँ बाँधे रखा।
प्रख्यात साहित्यकार डॉ महेश ‘मधुकर’ ने अपनी रचना के माध्यम से कहा कि-
प्रण करो कि हिंसा प्रश्नचिह्न रहेगी।
एकता,अखंडता अभिन्न रहेगी।
हिंद के निवासी सब रहेंगे प्यार से,
अपनी मातृभूमि चिर प्रसन्न रहेगी।
गोष्ठी की अध्यक्षता कर रहे वरिष्ठ साहित्यकार रणधीर प्रसाद गौड़ ‘धीर’ ने अपनी रचना प्रस्तुत की-
राष्ट्र की खातिर जिएं राष्ट्र पर बलिदान हों
अब तो जन-जन के हृदय में बस यही अरमान हो
छल -कपट, विद्वेष निजी स्वार्थ से अन्जान हो
अपने भारत के निवासी की यही पहचान हो।
उपमेंद्र सक्सेना ने रचना प्रस्तुत की-
जननी होती है जन्मभूमि, उसके हित में क्या- क्या न किया
हम सबको अमृत मिल जाए, इसलिए गरल खुद यहाँ पिया
आजादी की बहती गंगा, भागीरथ बन कर लाए हैं
भारत के वीर सपूतों ने अरियों के दिल दहलाए हैं।
श्रीमती शिव रक्षा पांडे, बृजेंद्र तिवारी अकिंचन, रेलवे में कार्यरत विवेक शर्मा, शिव कुमार ने भी ओजस्वी काव्य पाठ किया और अपनी रचनाओं से खूब वाहवाही लूटी । कार्यक्रम का संचालन हास्य कवि मनोज दीक्षित टिंकू ने किया ।
पूर्वोत्तर रेलवे के बहुत से अधिकारियों-कर्मचारियों की उपस्थिति में गोष्ठी के समापन पर कुछ वरिष्ठ कवियों को उनके उत्कृष्ट साहित्यिक योगदान पर सम्मानित भी किया गया।