

नेपीडॉ-म्यांमार, सत्य पथिक न्यूज नेटवर्क: Myanmar’s Leader Suu Kyi detained by army: म्यांमार में सैन्य तख्तापलट हो गया है। सेना ने देश में एक साल के लिए आपातकाल (Myanmar military declares one year state of emergency) की घोषणा की है। देश की वास्तविक नेता आंग सान सू की (Aung San Suu Kyi) और राष्ट्रपति विन म्यिंट को गिरफ्तार कर राजधानी नैपीडॉ में नजरबंद कर दिया गया है। आंग सान सू की की पार्टी नेशनल लीग फॉर डेमोक्रेसी (एनएलडी) के प्रवक्ता मायो नयुंट ने सोमवार को इन तथ्यों की पुष्टि भी कर दी है। म्यांमार के राजनीतिक संकट पर भारत की पैनी नजर है। हालांकि, भारत ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया नहीं दी है, लेकिन वह घटना पर नजर बनाए है।
चुनाव आयोग ने धांधली के आरोपों को किया खारिज
म्यांमार के राष्ट्रीय निर्वाचन आयोग ने चुनावों में धांधली या धोखाधड़ी होने के सेना के बड़़े अफसरों के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है। बता दें कि आठ नवंबर को म्यांमार में हुए संसदीय चुनाव में आंग सान सू की नेशनल लीग फॉर डेमोक्रेसी को शानदार जीत मिली थी। सू की पार्टी ने 476 सीटों में से 396 पर जीत दर्ज की थी, जबकि सैन्य समर्थित यूनियन सॉलिडैरिटी एंड डेवलपमेंट पार्टी मात्र 33 सीटें जीत पाई।
सेना प्रमुख ने संविधान रद्द करने की दी थी धमकी
बता दें कि म्यांमार के कमांडर इन चीफ सीनियर जनरल मिल आंग लाइंग ने बुधवार को वरिष्ठ अधिकारियों के साथ वार्ता में कहा था कि ‘देश में यदि कानून उचित तरीके से लागू नहीं किया जाएगा तो संविधान को रद्द किया जा सकता है।’ उनके इस बयान के बाद म्यांमार में सियासत गरम हो गई थी। तख्तापलट को लेकर आशंका तब और प्रबल हो गई, जब कई बड़े शहरों में सड़कों पर बख्तरबंद वाहन भी तैनात कर दिए गए। हालांकि, इसके बाद सेना ने कहा कि कुछ संगठनों और मीडिया ने यह बात बिना किसी आधार के कही है कि सेना ने संविधान को रद्द करने की धमकी दी है।
यूएन, पश्चिमी देशों ने तख्ता पलट पर जताई चिंता
संयुक्त राष्ट्र और पश्चिमी देशों की सरकारों ने म्यांमार में संभावित तख्तापलट पर गहरी चिंता जताई है। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुतेरस ने कहा कि म्यांमार के घटनाक्रम से वह बेहद चिंतित हैं।