पूर्व डिप्टी सीएम सुशील मोदी का बड़ा खुलासा, कहा-30 फीसदी अति पिछड़े वोटर चुनाव में लेंगे अपमान का हिसाब
सत्य पथिक वेबपोर्टल/नई दिल्ली/Bihar Politics: बिहार में एनडीए गठबंधन में हुए टूट को लेकर बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने बड़ा खुलासा किया है। कहा-नीतीश ने भाजपा का साथ जेडीयू को नुकसान पहुंचाने के कथित आरोप की वजह से नहीं, बल्कि उप राष्ट्रपति का उम्मीदवार नहीं बनाए जाने की वजह से छोड़ा है।

बिहार के डिप्टी सीएम रहे सुशील मोदी ने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह ने दो दिन पहले ही नीतीश कुमार को फोन कर उनका मन टटोला था लेकिन उस वक्त नीतीश ने कहा था कि चिंता की कोई बात नहीं है। यही नहीं, खुद पीएम मोदी ने भी पिछले डेढ़ साल में कई बार नीतीश से बात की, लेकिन नीतीश ने कभी कोई शिकायत नहीं की। करते भी कैसे, जब भाजपा के स्तर से कोई समस्या थी ही नहीं।
सुशील मोदी का दावा है कि जेडीयू के कई नेता बीजेपी आलाकमान के पास आए थे और नीतीश को उपराष्ट्रपति बनवाने पर जोर दिया था। कहा था कि नीतीश को उप राष्ट्रपति बनवा दीजिए और फिर आप बिहार में निश्चिंत होकर शासन कीजिए. लेकिन बीजेपी ने ऐसा नहीं किया। क्योंकि बीजेपी उप राष्ट्रपति पद के लिए जगदीप धनखड़ के नाम पर पहले ही मुहर लगा चुकी थी। उप राष्ट्रपति नहीं बनाने की खुन्नस में ही नीतीश ने बीजेपी को धोखा दिया है।
उन्होंने कहा कि बीजेपी ने नीतीश को पांच बार सीएम बनाया। नीतीश और बीजेपी का 17 साल का साथ था जिसको नीतीश ने तोड़ दिया। 2020 में नीतीश को नरेंद्र मोदी के नाम पर वोट मिले थे, अपने नाम पर नहीं। अगले चुनाव में जनता की अदालत में सारी हकीकत सामने आ जाएगी। सुशील मोदी ने कहा कि राजद नेता-डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के विरुद्ध कोर्ट में आरोपपत्र दाखिल हो चुका है। वे आरोप मुक्त होकर नहीं,, बल्कि जमानत पर बाहर हैं। नीतीश का यह कदम बिहार के 30% अति पिछड़ों का अपमान है। सुशील मोदी ने कहा कि नीतीश तेजस्वी यादव को भी कभी भी धोखा दे सकते हैं।