सत्य पथिक वेबपोर्टल/रामपुर-उ.प्र./Big Shock to Azam Khan: भड़काऊ भाषण मामले में समाजवादी पार्टी (सपा) विधायक और पूर्व मंत्री आजम खान को दोषी करार देते हुए स्थानीय अदालत ने उन्हें तीन साल की सजा सुनाई है। इस सजा की वजह से अब उनकी विधायकी भी छिन सकती है। कोर्ट से दो साल से ज्यादा की सजा होने पर विधानसभा सदस्यता रद्द होने का नियम है।

हेट स्पीच का यह मामला वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव से जुड़ा है। आजम खान ने रामपुर की मिलक विधानसभा में एक चुनावी भाषण के दौरान कथित रूप से आपत्तिजनक और भड़काऊ टिप्पणियां की थीं। भाजपा नेता आकाश सक्सेना ने पुलिस में इसकी शिकायत दर्ज कराई थी। रामपुर की एमपी-एमएलए कोर्ट ने आज गुरुवार को इस मामले में फैसला सुनाते हुए आजम खान को दोषी करार दिया है।

आजम खान के वकील ने भाषणों को फर्जी बताया था
आजम खान के वकील विनोद शर्मा ने कोर्ट में दलील देते सुए हेट स्पीच वाले सभी कथित भाषणों को लेकर कहा था, ‘ये जितने भी भाषण हैं, इनमें से एक भी आज़म खान का भाषण नहीं है। ये सब फर्जी तरीके से बनाए गए हैं।’
आजम के पास बचे हैं कुछ विकल्प?
कोर्ट से आजम खान को तीन साल की जेल की सजा होने के बावजूद उनके पास अभी भी कुछ विकल्प बचे हैं। सपा नेता श्री खान अब सेशंस कोर्ट या हाईकोर्ट में इस फैसले के खिलाफ अपील कर सकते हैं। साथ ही जमानत के लिए भी ऊपरी अदालत का रुख कर सकते हैं। जमानत याचिका स्वीकार हुई तो आजम खान को जेल से बाहर निकलने का रास्ता साफ हो सकता है लेकिन अगर याचिका खारिज हुई तो उस स्थिति में आजम को हाईकोर्ट का रुख करना पड़ेगा।

दो साल की सजा काटकर कुछ माह पहले ही छूटे थे
आजम खान कुछ माह पहले ही वक्फ बोर्ड की संपत्ति पर अवैध कब्जे के मामले में दो साल की जेल काटकर जमानत पर छूटे हैं।
इंसाफ के लिए सेशंस कोर्ट और हाईकोर्ट का करूंगा रुख
इस सजा पर आजम खान का कहना है कि उनके पास अभी कई विकल्प बचे हैं। वे सेशन कोर्ट जाएंगे और हाई कोर्ट का रुख भी करेंगे।

सियासी गलियारों में चर्चाएं शुरू
आजम खां को मिली सजा पर राजनीतिक गलियारों में चर्चाओं का दौर भी शुरू हो चुका है। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के राज्यसभा सदस्य एवं प्रवक्ता मनोज कुमार झा ने ट्वीट कर लिखा है-“हेट स्पीच में सज़ा भी होती है क्या? अब तक तो रवायत यही रही है कि हेट स्पीच की श्रृंखलाएं परोस-परोस कर लोग ओहदेदार होते रहे हैं।…विलियम शेक्सपियर साहब से माफ़ी के साथ…’नाम’ का बड़ा फर्क पड़ता है जी….जय हिन्द।”