कारोबारियों की बढ़ती दिलचस्पी को देखते हुए रिजर्व बैंक ने को दिए जरूरी इंतजाम के निर्देश
सत्य पथिक वेबपोर्टल/मुंबई/International trade in Rupees: भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने वैश्विक कारोबारी समुदाय की रुपये में बढ़ती दिलचस्पी को देखते हुए बैंकों को भारतीय मुद्रा में आयात-निर्यात की अतिरिक्त व्यवस्था बनाने के निर्देश दिए हैं।

रिजर्व बैंक ने एक परिपत्र में कहा है कि वैश्विक कारोबारी समुदाय की डालर के बजाय भारतीय मुद्रा रुपये में ही भारत से आयात-निर्यात की बढ़ती दिलचस्पी और वैश्विक व्यापार बढ़ाने के लिए तय किया गया है कि बिल बनाने, भुगतान और रुपए में आयात/निर्यात के निपटान के लिए अतिरिक्त इंतजाम किए जाएंगे। हालांकि बैंकों को न्ई व्यवस्था लागू करने से पहले उसके विदेशी मुद्रा विभाग से पूर्व अनुमति लेनी होगी।
परिपत्र के मुताबिक, व्यापार सौदों के समाधान के लिए संबंधित बैंकों को साझेदार कारोबारी देश के अभिकर्ता बैंक के विशेष रुपया वोस्ट्रो खातों की जरूरत होगी। केंद्रीय बैंक ने कहा कि इस व्यवस्था के जरिए भारतीय आयातकों को विदेशी विक्रेता या आपूर्तिकर्ता से वस्तुओं या सेवाओं की आपूर्ति के इन्वॉयस या बिल के एवज में भारतीय रुपए में भुगतान करना होगा जिसे उस देश के अभिकर्ता बैंक के खास वोस्ट्रो खाते में जमा किया जाएगा।
इसी तरह विदेश में वस्तुओं या सेवाओं की आपूर्ति करने वाले निर्यातकों को उस देश के निर्दिष्ट बैंक के खास वोस्ट्रो खाते में जमा राशि से भारतीय रुपए में भुगतान किया जाएगा। इस व्यवस्था से भारतीय निर्यातक विदेशी आयातकों से अग्रिम भुगतान भी रुपए में ले सकेंगे।