सत्य पथिक, लखनऊ: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार अब IAS-PCS अफसर बनने का सपना संजोने वाले गरीब बच्चों को आईएएस, इंजीनियरिंग, मेडिकल जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं की मुफ्त कोचिंग कराएगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राजधानी लखनऊ में यह घोषणा करते हुए बताया कि कोचिंग कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए जल्द नया सॉफ्टवेयर software लाया जाएगा। योजना की शुरुआत भारतीय प्रशासनिक सेवा, पुलिस सेवा की free coaching से होगी। उसके बाद अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की कोचिंग भी शुरू की जाएगी।
योगी ने कहा कि यही नहीं इंजीनियरिंग, मेडिकल और अन्य प्रवेश परीक्षाओं के लिए भी नि:शुल्क तैयारी कराई जाएगी ताकि उत्तर प्रदेश के युवा देश की प्रतिष्ठित नौकरियों के लिए स्वयं को अग्रिम पंक्ति में ला सकें। योगी ने कहा कि इससे छात्रों का पलायन रुकेगा। उन्हें प्रतियोगी परीक्षाओं एवं प्रदेश परीक्षाओं की तैयारी के लिए अपना जिला और प्रदेश नहीं छोड़ना पड़ेगा।

प्रदेश के 18 मंडल मुख्यालयों पर नि:शुल्क अभ्युदय कोचिंग सेंटर खोले जाएंगे। अब आर्थिक रुप से कमजोर बच्चों को न तो निजी कोचिंग संस्थानों की भारी-भरकम फीस भरने की जरूरत होगी और न ही अपना घर छोड़कर दूसरे शहर जाने की मजबूरी होगी। इसकी पूरी कार्ययोजना योगी आदित्यनाथ की सीधी निगरानी में तैयार की जा रही है।
क्षेत्र विशेष के लोग ही देंगे मार्गदर्शन
कोचिंग में ऑनलाइन स्टडी मैटेरियल और लेक्चर आदि तो उपलब्ध होंगे ही, ऑफलाइन क्लास (भौतिक कक्षाओं) में IAS और PCS परीक्षा के लिए प्रशिक्षु IAS, IPS, IFS (वन सेवा), PCS अधिकारियों पढ़ाया जाएगा। जबकि NDA और CDS की परीक्षा के लिए प्राचार्य, उत्तर प्रदेश सैनिक स्कूल द्वारा गाइडेंस मिलेगी। NEET और JEE के लिए अलग कक्षाएं चलेंगी। अधिकारियों के अलावा, विभिन्न विषयों के प्रतिष्ठित विशेषज्ञ भी गेस्ट लेक्चर देंगे।
विषय चयन समेत हर समस्या का होगा समाधान
एक अनुमान के मुताबिक हर साल उत्तर प्रदेश के करीब 4-5 लाख छात्र UPSC, विभिन्न राज्य PSC, JEE और NEET जैसी परीक्षाओं में शामिल होते हैं। इनमें बड़ी संख्या में आर्थिक रूप से कमजोर परिवार के बच्चों की होती है। इस कोचिंग में प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए विषय का चयन परीक्षा की तैयारी के तरीके, टिप्स, प्रश्नों के उत्तर लिखने की विधि, सामान्य अध्ययन के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा होगी। इसके अतिरिक्त, विषय विशेषज्ञ की उपलब्धता के आधार पर विभिन्न विषयों की कक्षाएं भी चलेंगी। अगर इस कोचिंग का लाभ उठाते हुए सिविल सेवा परीक्षा की प्रारंभिक परीक्षा उत्तीर्ण कर ली तो मुख्य परीक्षा की और बेहतर तैयारी के लिए उत्तर प्रदेश प्रशासन एवं प्रबंधन अकादमी (उपाम) में कोचिंग की व्यवस्था कराई जाएगी।
राज्य स्तर पर बन रहा ई-लर्निंग कंटेंट प्लेटफार्म
अभ्यर्थियों को सहजता के साथ गुणवत्तापूर्ण स्टडी मैटेरियल मिल सके, इसके लिए राज्य स्तर पर मंडलायुक्त लखनऊ के निर्देशन में ई-लर्निंग कंटेंट प्लेटफार्म बनाया जा रहा है। इस प्लेटफार्म पर विभिन्न अधिकारियों द्वारा परीक्षा की तैयारी संबंधी अपने अनुभव साझा करते हुए वीडियो अपलोड किए जाएंगे। इसके अलावा, परीक्षा की तैयारी से संबंधित टिप्स सामग्री, पुस्तकों आदि से संबंधी मार्गदर्शन देते हुए वीडियो अपलोड होगा। लाइव सेशन एवं सेमिनार भी होंगे। ई-लर्निंग प्लेटफार्म पर छात्र अपनी जिज्ञासाएं एवं प्रश्न भी सबमिट कर सकेंगे। यहां विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं से संबंधित विषय वस्तु सामग्री एवं क्यूरेटिव कंटेंट उपलब्ध होगा, जिसके लिए संस्थाओं की सामग्री इकट्ठी की जा रही है। इसके लिए मंडलायुक्त की अध्यक्षता में एक टास्कफोर्स गठित होगी। यह टास्क फोर्स राज्य सरकार और अखिल भारतीय सेवाओं के अधिकारियों के सहयोग से कक्षाओं का रोस्टर तैयार करेगी।