नई दिल्ली/Indo-US Relations/सत्य पथिक न्यूज नेटवर्क: पूर्वी लद्दाख सीमा पर पड़ोसी चीन से लंबे अरसे से जारी तनाव के बीच
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने सोमवार को अमेरिका के राष्ट्रपति Joe Biden से फोन पर पहली बार बात करते हुए चुनाव में जीत के लिए बधाई दी है। प्रधानमंत्री ने ट्वीट में बताया कि हमने सामरिक, क्षेत्रीय मुद्दों समेत अपनी साझी प्राथमिकताओं पर विचारों का आदान-प्रदान किया।
रणनीतिक साझेदारी मजबूत बनाने को प्रतिबद्ध
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘हम जलवायु परिवर्तन की समस्या पर अपने सहयोग को और आगे बढ़ाने पर भी सहमत हुए हैं। हम दोनों एक नियम आधारितअंतरराष्ट्रीय व्यवस्था बनाने को लेकर प्रतिबद्ध हैं।’ प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हम भारत-प्रशांत क्षेत्र की शांति और सुरक्षा के लिए अपनी रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने के लिए तत्पर हैं। इससे पहले जब राष्ट्रपति बाइडन चुनाव जीते थे, तब भी पीएम मोदी ने उन्हें ट्वीट कर शुभकामनाएं दी थीं। साथ ही बधाई संदेश भी भेजा था।
चीन को लेकर ट्रंप की राह ही चलेंगे बाइडेन
यह बातचीत ऐसे वक्त में हुई है जब भारत और अमेरिका की सेनाएं राजस्थान में युद्धाभ्यास कर रही हैं। साथ ही बाइडन प्रशासन स्पष्ट तौर पर कह चुका है कि चीन को लेकर ट्रंप के कार्यकाल की नीतियों में बदलाव नहीं आएगा। ऐसे में जाहिर है कि दोनों की ताजा बातचीत से भारत और अमेरिका के संबंधों को नई मजबूती मिलेगी।
और मजबूत होंगे Indo-Us Relations
गौरतलब है कि डोनाल्ड ट्रंप के कार्यकाल में भारत और अमेरिका के संबंधों में काफी सुधार हुआ था। लेकिन कुछ विशेषज्ञ बाइडेन सरकार में भारत को कम महत्व मिलने की आशंका जताते रहे हैंं। लेकिन, मोदी और बाइडन की ताजा बातचीत से स्पष्ट है कि व्यवस्था बदलने से भारत-अमेरिका संबंधों पर कोई प्रतिकूल असर नहीं पड़ेगा।
पिछले महीने ही हो गई थी वार्ता की जमीन तैयार
पिछले महीने अमेरिका के विदेश मंत्री एंटोनी रे ब्लिनकेन की भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ टेलीफोन पर बातचीत में ही इस वार्ता की जमीन तैयार हो गई थी। बाद में अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ टेलीफोन पर वार्ता में साफ कहा था कि अमेरिका भारत के साथ द्विपक्षीय संबंधों की मजबूती के लिए प्रतिबद्ध है।
बाइडेन सरकार ने चीन को दी है कड़ी चेतावनी
बाइडन सरकार विस्तारवादी प्रशासन चीन को पड़ोसियों को डराने-धमकाने से बाज आने की चेतावनी दे चुका है। एलएसी के हालात पर करीबी नजर होने और रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण हिंद-प्रशांत क्षेत्र में भारतीय हितों के साथ डटकर खड़े रहने की बात भी बाइडेन सरकार कह चुकी है। व्हाइट हाउस की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद (एनएससी) की प्रवक्ता एमिली जे होर्न ने भी कहा है कि हिंद-प्रशांत क्षेत्र में साझा समृद्धि के लिए हम अपने साझेदारों के साथ खड़े रहेंगे।