सड़कों पर उत्पात, पीएम आवास की दीवारों पर चढ़ने की कोशिश, श्रीलंका में आपात्काल लागू
सत्य पथिक वेबपोर्टल/कोलंबो/public anger: राष्ट्रपति गोतबाया राजपक्षे के देश छोड़ते ही श्रीलंका के हालात और खराब हो गए हैं। बुधवार को भारी जनसैलाब कब्जे के इरादे से संसद की तरफ बढ़ चला। सड़कों पर जमकर उत्पात मचाया। प्रधानमंत्री आवास की दीवारों पर चढ़कर अंदर घुसने की कोशिश करते भी देखे गए। प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए पुलिस को आंसू गैस का इस्तेमाल करना पड़ा। श्रीलंका में एक बार फिर आपात्काल लागू कर दिया गया है।

इस्तीफे पर सस्पेंस बरकरार
श्रीलंका संसद के स्पीकर ने अभी तक राष्ट्रपति गोटबाया का इस्तीफा मिलने की पुष्टि नहीं की है। बताया गया कि इस्तीफे पर दस्तखत करके राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे पत्नी समेत मालदीव भाग गए हैं।
राष्ट्रपति को गिरफ्तारी से है छूट
दरअसल, श्रीलंका में पदस्थ राष्ट्रपति को गिरफ्तारी से छूट प्राप्त है। उन्हें डर था कि इस्तीफा देते ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
वायु सेना ने की मालदीव भागने की पुष्टि
श्रीलंका वायु सेना ने भी राष्ट्रपति गोटबाया के पत्नी के साथ मालदीव चले जाने की पुष्टि की है। बयान में कहा गया है कि संविधान के प्रावधानों के तहत और सरकार के अनुरोध पर श्रीलंका की वायु सेना ने राष्ट्रपति, उनकी पत्नी और दो सुरक्षा अधिकारियों को मालदीव की उड़ान भरने के लिए बुधवार तड़के ही एक विमान उपलब्ध कराया है।
गोटबाया को भगाने में भारत ने की मदद?
गोटबाया के मालदीप भागने के बाद ये खबरें जोर पकड़ रही हैं कि भारत ने ही सुरक्षित निकालने में उनकी मदद की। हालांकि श्रीलंका में भारतीय उच्चायोग ने ऐसी निराधार मीडिया रिपोर्टों का खंडन किया है।