




सत्य पथिक वेबपोर्टल/नई दिल्र्ली-पटना/Bihar Politics: दो दिन पहले नालंदा के सिलाव में भगवामय दिखे पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह ने गुरुवार को जल्द ही बीजेपी ज्वाइन करले का ऐलान कर दिया है।

इसके साथ ही आरसीपी सिंह ने एक बार फिर कहा है कि नीतीश कुमार सात जन्म में भी प्रधानमंत्री नहीं बन सकते हैं। कहा- नीतीश कुमार झूठ बोल रहे हैं। उन्हीं की सहमति से मैं केंद्र में मंत्री बना था। ललन सिंह को भी इस बारे में जानकारी थी।
मालूम हो कि बीजेपी से गठबंधन तोड़ने के बाद नीतीश कुमार ने दावा किया था कि आरसीपी सिंह को केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल करने के लिए उनसे मंजूरी नहीं ली गई थी। केंद्रीय मंत्रिपरिषद में अधिक सीटें मांगे जाने पर बीजेपी ने उस वक्त जेडीयू से कहा था कि वह सिर्फ एक ही मंत्री पद दे सकती है क्योंकि शिव सेना को भी एक ही मंत्री पद दिया गया है।
6 अगस्त को जेडीयू से दे दिया था इस्तीफा
कभी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का दायां हाथ माने जाने वाले जदयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष आरपीसी सिंह ने 6 अगस्त को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने नालंदा में अपने गांव मुस्तफापुर में इस्तीफे का ऐलान किया था। दरअसल, जदयू ने उन्हें तीसरी बार राज्यसभा भेजने से मना कर दिया था जिससे उन्हें मोदी सरकार में मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा।
इस्तीफे की घोषणा के साथ ही उन्होंने कहा था कि JDU में कुछ नहीं बचा है। वह डूबता हुआ जहाज है। हमसे चिढ़ है, तो हमसे निपटो, हमारे पास विकल्प खुले हुए हैं। मोदी मंत्रिमंडल से इस्तीफा देने के बाद आरसीपी सिंह ने पटना पहुंचते ही साफ कर दिया था कि- वह शांत नहीं बैठेंगे। जमीन से जुड़ा संगठन का आदमी हूं। संगठन में ही काम करूंगा।
2016 में जेडीयू ने दोबारा भेजा था राज्यसभा
साल 2016 में आरसीपी सिंह को जेडीयू ने दोबारा राज्यसभा भेजा था। साथ ही शरद यादव की जगह राज्यसभा में पार्टी का नेता भी मनोनीत किया था। इसके अलावा नीतीश कुमार ने जब जेडीयू राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद छोड़ा तो आरसीपी सिंह को ही पार्टी की कमान सौंपी गई थी।
इस तरह आरसीपी सिंह नीतीश के बाद जेडीयू में वो नंबर दो की हैसियत वाले नेता बन गए लेकिन मोदी कैबिनेट का हिस्सा बनने के बाद नीतीश और उनके रिश्ते में दरार आने लगी। आरसीपी को तीसरी बार जेडीयू से राज्यसभा पहुंचने का मौका नहीं मिला। लिहाजा उन्हें मोदी कैबिनेट से बाहर होना पड़ा।