सत्य पथिक वेबपोर्टल/फतेहगंज पश्चिमी-बरेली/farmer suicides: थाना फतेहगंज पश्चिमी के गांव सतुइया पट्टी के बैंक के कर्ज में डूबे एक किसान ने बाढ़-अतिबृष्टि में धान, गन्ना की पूरी फसल बर्बाद होने पर भारी तनाव के बीच फांसी लगाकर आत्म हत्या कर ली। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंच गई और पंचनामा भरवाकर शव को पोस्टमार्टम भेज दिया है। घटना से मृतक के परिवार में कोहराम मचा हुआ है।

जानकारी के अनुसार क्षेत्र के गांव सतुईया पट्टी निवासी मदनलाल उम्र 45 वर्ष ने बीती रात्रि घर के पास बनी खपरैल की कड़ी में अंगोछा डालकर गले में फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। सूचना पर सिपाहियों संग पहुंचे एसआई वीरेंद्र सिंह ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम हाउस पहुंचा दिया है।
परिजनों के अनुसार, मदनलाल की बहगुल नदी के पास 15 बीघा जमीन है। चार दिन लगातार भारी बारिश होने और बाढ़ आने से खेत में खड़ी फसल बर्बाद हो गई। मृतक की पुत्री ज्योति सिंह ने बताया कि पिता मदनलाल पर बैंक का भी लगभग तीन लाख रुपए कर्जा था। बैंक वाले लगातार आकर परेशान कर रहे थे। ऊपर से बारिश-बाढ़ में फसल बर्बाद होने पर मदनलाल भारी मानसिक तनाव में घिर गए और मंगलवार की रात फांसी के फंदे पर लटककर जान दे दी। मदनलाल अपने पीछे चार बच्चों ज्योति सिंह, शिव प्रताप सिंह, गुंजन सिंह ,विद्युत सिंह को छोड़ गए हैं। सबसे बड़ी पुत्री ज्योति सिंह की शादी आठ वर्ष पहले हो चुकी है। मृदनलाल की मौत से परिवार में कोहराम मच गया है।
बरेली से संवाददाता डॉक्टर मुदित प्रताप सिंह की रिपोर्ट