सत्य पथिक, बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली: भारत में पेट्रोल-डीजल के दाम आसमान पर हैं। राजस्थान में तो पेट्रोल 100 रुपये के आसपास जा पहुंचा है।
दिल्ली-मुंबई में पेट्रोल-डीजल के रेट रिकॉर्ड ऊंचाई पर हैं। लेकिन आर्थिक दृष्टि से कमजोर पड़ोसी देशों पर निगाह दौड़ाएं तो पाकिस्तान में भारत से आधे रेट पर पेट्रोल मिल रहा है। भूटान, नेपाल जैसे गरीब देशों में पेट्रोल-डीजल भारत के मुकाबले बेहद सस्ता है। पूरी दुनिया में सबसे सस्ता पेट्रोल भारतीय रुपये के हिसाब से वेनेजुएला में 1.46 रुपये लीटर है तो सबसे महंगा हांगकांग में 172.66 रुपये लीटर।
globalpetrolprices.com वेबसाइट पर 18 जनवरी को विश्व के विभिन्न देशों में पेट्रोल और डीजल के भाव…

देश      पेट्रोल (रुपये/लीटर)   डीजल (रुपये/लीटर)

भारत               87.87                 79.29
पाकिस्तान        49.87                   51.7
भूटान              49.56                   46.31
श्रीलंका            61.37                   39.64
नेपाल               68.84                   58.2
चीन                  74.14                  64.54
बांग्लादेश           77.01                  56.25
वेनेजुएला            1.46                      —
हांगकांग            172.66              145.38



भारत में टैक्सों ने बढ़ाई डीजल-पेट्रोल की महंगाई

भारत में डीजल-पेट्रोल की महंगाई टैक्सों की वजह से है। केंद्र सरकार की एक्साइज ड्यूटी के अलावा राज्य सरकारें भी वैट यानी वैल्यू एडेड टैक्स लगाकर आपसे कमाती हैं। राज्यों के वैट टैक्स का रेट भी अलग-अलग है। पूरे देश में सबसे ज्यादा वैट राजस्थान सरकार वसूलती है। यहां 38 फीसद टैक्स पेट्रोल पर और 28 फीसद डीजल पर लगता है।

टैक्स का बोझ उपभोक्ताओं पर

राजधानी दिल्ली में पेट्रोल का खुदरा भाव 16 जनवरी को 84.7 रुपये था। पेट्रोल का बेस प्राइस 28.13 रुपये और किराया (फ्रेट) इत्यादि खर्च 0.37 रुपये यानी पेट्रोल का भाव हुआ 28.5 रुपये। इसके बाद इस पर डीलर्स को 32.98 रुपये की एक्साइज ड्यूटी और 19.55 रुपये का वैट (डीलर कमीशन पर भी वैट शामिल) देना होता है।
डीलर के औसत कमीशन 3.67 रुपये को भी जोड़कर पेट्रोल का भाव 16 जनवरी 2021 को 84.70 रुपये प्रति लीटर था। यानी एक लीटर पेट्रोल पर 52.53 रुपये का टैक्स देना पड़ा। वहीं पेट्रोल पंप किसी ऑयल डिपो से कितना दूर है, उसके हिसाब से भी उस पर किराया लगता है। शहर बदलने के साथ किराया भी बढ़ता-घटता है।

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