बरेली में कवि गोष्ठी आयोजन समिति की मासिक काव्य गोष्ठी में कवियों ने भरे विविधता के चटखीले रंग
सत्य पथिक वेबपोर्टल/बरेली
/kavya goshthi: कवि गोष्ठी आयोजन समिति के तत्वावधान में
रविवार को शहर में हार्टमैन
कॉलेज के पास लक्ष्मीपुरम
में
मासिक कवि गोष्ठी का आयो
जित की
गई। कार्यक्रम डॉ
. राजेश शर्मा के संयोज
कत्व और संस्थाध्यक्ष रणधीर प्रसाद गौड़ 'धीर
‘ की
अध्यक्षता
में संपन्न हुआ।
काव्य गोष्ठी का शुभारंभ माँ शारदे के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन एवं माल्यार्पण कर हुआ। वंदना मोहन चंद्र पांडेय ने प्रस्तुत की।
कवि गोष्ठी में कवियों-शायरों ने सभी को ईद की बधाई देते हुए अपनी रचनाओं के माध्यम से देश में अमन, चैन, आपसी भाईचारा ,सद्भाव एवं सौहार्द्र का संदेश दिया और देर शाम तक समाँ बाँधे रखा।

वरिष्ठ कवि-संस्थाध्यक्ष रणधीर प्रसाद गौड़ ‘धीर’ ने ईद के त्योहार का कुछ इस तरह जिक्र किया-
आप आ जाएँ गर जिंदगी में,
मन के मन्दिर में बस जाएँ आकर
ईद-होली भी तब ही सफ़ल हैं
जब मिले आपका रुए अनवर।
गीतकार उपमेंद्र सक्सेना ने कट्टरवाद और धर्मांधता पर करारी चोट की-
हिंदू हो या मुसलमान हो, लहू लाल सबका ही होता,
झेलें सब दु:ख-दर्द एक सा भाईचारा ही सुख बोता।
ईद यहाँ अपनापन लाती, जिससे सब सूनापन खोता,
मिट जाती जब मन की पीड़ा, मानव यहाँ चैन से सोता।।

इनके अलावा डॉ. राजेश शर्मा, राममूर्ति गौतम, डॉ. शिवशंकर यजुर्वेदी, आंनद पाठक, सरिता अग्निहोत्री, सत्यवती सिंह ‘सत्या’, अमित मनोज, उमेश त्रिगुणायत, विजय चक्रवर्ती, राम कुमार कोली, ब्रजेन्द्र अकिंचन, रामशंकर प्रेमी, राम कुमार अफरोज, किशन बेधड़क, रीतेश साहनी एवं व्यास नंदन शर्मा समेत 25 से ज्यादा कवियों-शायरों ने अपने सशक्त गीत, ग़ज़ल, कविताओं से काव्यप्रेमी श्रोताओं को खूब आन॔दित किया और जमकर तालियां और वाहवाही बटोरी। काव्य गोष्ठी का सफल संचालन वरिष्ठ कवि मनोज दीक्षित टिंकू ने किया।