विकास पुरुष’ ? विधायक डाॅ. डीसी वर्मा के दावों और वादों की असलियत की परतें उधेड़ती वरिष्ठ पत्रकार गणेश ‘पथिक’ की बेबाक ग्राउंड रिपोर्ट

सत्य पथिक वेबपोर्टल/मीरगंज-बरेली/ Truth of Development: अपने विधायक जी विकास के हवा-हवाई वायदे करने में उस्ताद हैं। इस साल विधानसभा चुनाव से पहले अपनी चुनावी सभाओं में ही नहीं, पत्रकार वार्ताओं में भी मीरगंज विधानसभा में अपने दूसरे कार्यकाल में 10 हजार करोड़ रुपये के विकास कार्य करवाकर इलाके को चमका देने के दावे सीना ठोंककर किए थे। कहते थे कि हमारे पूरे विधानसभा क्षेत्र में अगले कुछ दिनों में टूटी-गड्ढेदार कोई सड़क आप ढूंढ नहीं पाओगे… । हालांकि माननीय के दूसरे कार्यकाल की भी छमाही गुजर चुकी है लेकिन न सड़कें सुधर पाईं और न नरखेड़ा, दुजोड़ा घाटों पर बहुप्रतीक्षित पुलों का ही निर्माण शुरू करा पाए हैं। हां, अखबारों में झूठी वाहवाही बटोरने के लिए हर दो माह में विभिन्न विकास कार्यों से संबंधित पत्र भेजने की नौटंकी जरूर करते रहते हैं।

शाही कस्बे में प्राथमिक विद्यालय के पास की सड़क की दुर्दशा

कहते हैं कि किसी इलाके की तरक्की की पहचान उसकी सड़कों की हालत देखकर ही हो जाती है। इस पैमाने पर मीरगंज विधानसभा क्षेत्र को परखें तो ज्यादातर प्रमुख सड़कें हालिया बरसाती मौसम में ही नहीं, बल्कि पिछले कई साल से गहरे-गहरे गड्ढों में तब्दील होकर ‘विकासपुरुष’? विधायक डाॅ. डीसी वर्मा द्वारा कराए गए विकास की असलियत खुद ही बखान रही हैं।

फतेहगंज पश्चिमी कस्बे को फोरलेन बाईपास के दोनों छोरों से जोड़ने वाली सड़क पिछले सात-आठ साल से बड़े-बड़े गड्ढों में तब्दील होकर बड़े हादसों का सबब बनी हुई है। व्यापारी नेता आशीष अग्रवाल इस सड़क को बनवाने के लिए दो दिन पहले लखनऊ में लोक निर्माण मंत्री जितिन प्रसाद से भी मिल चुके हैं। इससे पहले केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के ई-मेल पर प्रमुख सचिव (लोक निर्माण) के निर्देश पर साल भर मुख्य अभियंता और अधिशासी अभियंता इस सड़क का मुआयना भी कर चुके हैं। विधायक डाॅ. वर्मा भी कई बार लोक निर्माण मंत्री जितिन प्रसाद और डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य को पत्र भेज चुके हैं लेकिन सड़क अब भी उधड़ी ही पड़ी है। सावन माह में कहीं-कहीं पैच वर्क जरूर कराया गया था, वह भी अब उखड़ चुका है। हाईवे से खिरका सीएचसी-जगतपुर-सतुइया खास रोड पर भी टोल टैक्स बचाने के चक्कर में निकलने वाले वाहनों की आमद-रफ्त से बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं और ग्रामीणों के साथ ही मरीजों को भी भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है।

कुछ साल पहले ही बनवाए गए फतेहगंज पश्चिमी-शाही रोड पर खरसैनी से फतेहगंज पश्चिमी तक बहुत बड़े-बडे गड्ढे हो गए हैं। अभी कल 11 अक्तूबर को ही सुबह 11 बजे खरसैनी सीमेंट पाइप फैक्टरी के सामने धंसी पुलिया के गहरे गड्ढे में फतेहगंज पश्चिमी की तरफ से आ रही तेज रफ्तार कार बड़े हादसे का शिकार होने से बाल-बाल बची। तीन किमी लंबे अगरास-हाईवे शंखा पुल रोड भी कई साल से गहरे गड्ढों में बदलकर अक्सर भयानक हादसों का गवाह बनता रहता है। अगरास-सोरहा -अभयपुर-भोजीपुरा रोड और अगरास-केरा-नारा फरीदापुर रोड का भी कमोबेश यही हाल है। अभी साल भर पहले करोड़ों की लागत से बनवाई गई शाही-धौंरा टांडा की सड़क भी करप्शन पर जीरो टॉलरेंस वाली योगी बाबा की सरकार में भी कमीशनखोरी के चलते गड्ढों में बंट चुकी है। धनेटा-शीशगढ़ रोड पर भी जगह-जगह बड़े-गहरे गड्ढों के जख्म अरसे से वाहन चालकों की जिंदगियां छीन रहे हैं लेकिन विधायक हैं कि फिर भी अक्सर इलाके की सड़कों के गड्ढामुक्त होने की डींगें हांकते थकते नहीं हैं।

दसियों साल से विकास को मुंह चिढ़ा रहा खस्ताहाल मिर्जापुर-शाही रोड

पिछले साल अक्तूबर महीने में तीन दिन तक हुई मूसलाधार बारिश और भयानक बाढ़ में दुनका-बिहारीपुर-नगरिया सोबरनी की सड़क कट गई थी और बिहारीपुर के पुल के दोनों छोर भी ढह गए थे। तब से पूरा एक साल गुजर चुका है मगर सड़क और पुल को दुरुस्त नहीं कराया गया है। नतीजा यह कि सिर्फ चार किमी के इस रोड पर साल भर बाद भी वाहनों की आवाजाही शुरू नहीं हो पाई है। शाही-मिर्जापुर रोड तो पिछले दस साल से गड्ढों की शक्ल लेकर अपनी किस्मत पर रो रहा है। पूर्व विधायक सुल्तान बेग की अगुआई में पिछले साल बरसात में सपाइयों ने जनकल्याणकारी योगी सरकार और उसके निठल्ले नुमाइंदों को आईना दिखाने की गरज़ से बरसाती पानी भरी इस टूटी सड़क में धान की पौध रोपकर भारी विरोध भी दर्ज कराया था लेकिन साल भर बाद भी हुक्मरान इस सड़क की दशा सुधार नहीं पाए हैं। उल्टे चार दिन की हालिया बारिश में शाही कस्बे के बस अड्डा चौराहे के पास बेशुमार कीचड़-दलदल और जलभराव की वजह से लोगों का पैदल निकलना तक मुश्किल है। अक्सर बाइकें फिसलने से लोग गिरकर घायल हो जाते हैं।

शाही में बस अड्डे के पास टूटी सड़क के गड्ढे में अक्सर गिर जाते हैं बाइक सवार

बोले एक्सईएन-प्रस्ताव ही गलत तो कैसे बनेगा शाही-मिर्जापुर रोड?

लगभग दो किमी लंबे शाही-मिर्जापुर रोड की कई साल से बदहाली को लेकर शाही कस्बे और क्षेत्र के कई लोग 23 सितंबर 2022 को पूर्व केंद्रीय मंत्री-सांसद संतोष गंगवार से मिले थे। क्षेत्रवासियों के आग्रह पर सांसद श्री गंगवार ने लोक निर्माण विभाग के उच्चाधिकारियों को क्षतिग्रस्त सड़क तत्काल बनवाने के अनुरोध वाला पत्र भी लिखा था लेकिन जब प्रतिनिधिमंडल अधिशासी अभियंता पीडब्ल्यूडी प्रांतीय खंड नारायण सिंह से मिला तो उन्होंने बताया कि विधायक महोदय ने मिर्जापुर से शाही-धौंरा टांडा-अटामांडा तक पूरे 20 किमी रोड का प्रस्ताव भेजा है जो गलत है। कारण यह कि शाही-धौराटांडा रोड साल भर पहले ही कई करोड़ रुपये खर्च कर बनवाया गया है। सिर्फ मिर्जापुर-शाही रोड के पुनर्निर्माण का ही प्रस्ताव भेजना चाहिए था।

मीरगंज कस्बे से सिंधौली-हल्दी कलां-सिहौर-सहोड़ा की 13 किमी लंबी सड़क भी जगह-जगह गड्ढों में तब्दील हुई पड़ी है। यही हाल हाईवे से पैगानगरी, हुरहुरी, बहरोली, गोरा लोकनाथपुर, सिरोधी अंगदपुर, हुरहुरी-दिवना और मीरगंज-नथपुरा, मीरगंज-चुरई-नंदगांव, चुरई-गुगई- मनकरा सड़कों का भी है। कपूरपुर से समसपुर तक सड़क डेढ़-दो साल से टूटी पड़ी है। गड्ढेदार सड़क में हालिया बरसात का डेढ़-दो फुट तक पानी भरा हुआ है। पूरे रास्ते में कीचड़-दलदल भी बेशुमार है।

अधबना है कैलाश गिरि मढ़ी घाट पुल
रामगंगा के कैलाश गिरि मढ़ी घाट पर विधायक डाॅ. डीसी वर्मा और पूर्व केंद्रीय मंत्री-सांसद संतोष गंगवार की पैरवी पर पिछले साल दिसंबर में 64 करोड़ रुपये की लागत से पुल निर्माण शुरू हुआ तो क्षेत्रवासियों में खुशी की लहर दौड़ गई थी। लेकिन इस निर्माणाधीन पुल के दो पिलर्स पर अभी लिंटर नहीं पड़ा है जबकि दो नए पिलर्स का निर्माण होना भी बाकी है।

100 से ज्यादा किसानों को मुआवजा चुकाए बगैर सड़क बना रहा ठेकेदार

कैलाश गिरि मढ़ी घाट के निर्माणाधीन पुल से मदनापुर तक ढाई किमी लंबी सड़क बनाई जा रही है लेकिन ठेकेदार ने मीरगंज तहसील के कपूरपुर, मदनापुर, विलायतगंज और आंवला तहसील के हाजीपुर, शिवपुरी गांवों के 100 से ज्यादा किसानों की जमीन सड़क के वास्ते अधिग्रहीत करने के एवज में एक रुपया का भी मुआवजा नहीं दिया है। इससे मुआवजे से वंचित किसानों में भारी रोष है।

विधायक ने फिर भेजे विभिन्न विकास कार्यों से संबंधित 25 प्रस्ताव
बहरहाल, विधायक डाॅ. वर्मा ने मुख्यमंत्री और लोक निर्माण मंत्री समेत विभिन्न मंत्रियों, प्रमुख सचिवों को एक बार फिर 25 पत्र भेजकर दो दर्जन से अधिक क्षतिग्रस्त सड़कों का पुनर्निर्माण कराने, सिंधौली, धनेटा, भिटौरा रेलवे क्राॅसिंग्स पर अंडरपास बनवाने, भिटौरा में सिंचाई विभाग की अधिग्रहीत जमीन पर शिलान्यास कराए जा चुके रोडवेज बस अड्डे का निर्माण शीघ्र कराने का आग्रह किया है। नरखेड़ा और पिपरिया घाट पर दो बड़े पुल बनवाने, सिंधौली में वर्षों
से अधबने आईटीआई भवन का निर्माण कार्य पूरा कराकर चालू करवाने, रहपुरा में टैक्सटाइल्स पार्क बनवाने का आग्रह किया है।

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