लखनऊ, सत्य पथिक न्यूज नेटवर्क: उत्तर प्रदेश में जल्द ही मंत्रिमंडल विस्तार (UP Cabinet’s Expansion) होने की चर्चा है। जानकारी के अनुसार, योगी मंत्रिमंडल (yogi Cabinet’s Expansion) का विस्तार 4 फरवरी को हो सकता है। सत्ता के गलियारों में जो चर्चा चल रही है उसके अनुसार योगी कैबिनेट से कुछ मंत्रियों की छुट्टी हो सकती है। यही नहीं, कुछ नए चेहरों को मंत्रिमंडल में जगह मिलने की भी संभावना है।
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार 19 मार्च को अपने 4 साल पूरा करने जा onरही है। इससे पहले ही योगी कैबिनेट का दूसरा मंत्रिमंडल विस्तार होना तय माना जा रहा है।
दरअसल, प्रदेश में मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर चर्चा का बाजार तक गर्म हुआ जब पूर्व नौकरशाह और पीएम मोदी के करीबी माने जाने वाले एके शर्मा ने भाजपा का दामन थामा। फिर वह एमएलसी बन गये। उसके बाद से ही यह कयास लग रहे हैं कि प्रदेश में बहुत जल्द
मंत्रिमंडल का विस्तार होगा।इस बात को उस वक्त और बल मिल गया जब राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के दौरे पर मंत्री समूह की बैठक हुई। फरवरी के पहले सप्ताह में मंत्रिमंडल विस्तार के पीछे कई कारण बताये जा रहे हैं। सबसे बड़ी वजह यह कि 15 फरवरी के बाद प्रदेश सरकार के मंत्रियों को भाजपा पंचायत चुनाव में दायित्व देने की तैयारी में है।
इसका मतलब है कि मंत्री अपने प्रभाव वाले क्षेत्रों में पंचायत चुनाव के दौरान मौजूद रहेंगे। चुनाव को लेकर ग्रामीण संगठनात्मक बैठक करके वे अपने उम्मीदवारों का हौसला बढ़ाएंगे। इसके अलावा पार्टी के विधायक, सांसद, वरिष्ठ पदाधिकारियों के अलावा मंत्रियों को पश्चिम बंगाल चुनाव में भाजपा के पक्ष में वोट बटोरने के लिए भी भेजा जाएगा।
ये दो बड़ी वजहें बताई जा रही हैं जिनके कारण योगी सरकार का कैबिनेट विस्तार 4 फरवरी को हो सकता है। यही नहीं, 16 फरवरी से ही बजट सत्र भी शुरू हो रहा है। प्रयास है कि सत्र के शुरू होने से पहले ही मंत्रिमंडल का विस्तार कर दिया जाए।
इनका मंत्री बनना तय : मीडिया रिपोर्ट की मानें तो पिछले दिनों 10 एमएलसी भाजपा के चुने गए हैं,.उनमें से तीन का मंत्री बनना लगभग तय है। इन नामों में सबसे ऊपर नाम एके शर्मा का बताया जा रहा है। दूसरे नंबर पर सलिल विश्नोई जबकि तीसरे नंबर पर लक्ष्मणाचार्य का नाम है.
5 से 6 मंत्री कैबिनेट से हटाए जाने के कयास :
खबरों की मानें तो 75 साल से ऊपर के कुछ सीनियर मंत्रियों की भी छुट्टी होने के आसार हैं। यही नहीं, जिन मंत्रियों के कामकाज का फीडबैक खराब आंका गया है, उन पर भी गाज गिरने के कयास लगाये जा रहे हैं। 5 से 6 मंत्री कैबिनेट से हटाए जा सकते हैं।
वर्तमान स्थिति :
वर्तमान में योगी मंत्रिमंडल पर नजर डालें तो कुल 54 मंत्री हैं। इनमें 23 कैबिनेट, 9 राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और 22 राज्य मंत्री हैं। मंत्रिमंडल में ज्यादा से ज्यादा 60 मंत्री हो सकते हैं। ऐसे में छह मंत्री इस संख्या से पहले से ही कम हैं और पांच से छह मंत्री हटाए जाने के कयास हैं।